
धनबाद के दक्षिणी हिस्से के प्लेटफार्म संख्या 7 पर रेलवे का मॉकड्रिल ट्रेन दुर्घटना में कैसे यात्रियों को मिले मददत
खबर विस्तार से
DHANBAD:धनबाद रेलवे स्टेशन के दक्षिणी हिस्से के प्लेटफार्म संख्या 7 पर अचानक ट्रेन दुर्घटना की खबर से सायरन की आवाज सुनाई देती है और अचानक चीख पुकार मच जाती है। देखते ही देखते रेलवे की बचाव टीम मौके पर पहुंचती है साथ मे NDRF के जवान भी रेस्क्यू में लग जाते हैं
आनन-फानन में घायलों को एम्बुलेंस में भर रेलवे अस्पताल भिजवाया जाता है।तब तक रेलवे की सेफ्टी टीम और वरीय अधिकारी DRM के के सिन्हा के नेतृत्व में पहुंच जाते हैं और राहत और बचाव कार्य को तेज करने का निर्देश देते हैं।
वास्तव में यह कोई वास्तविक ट्रेन दुर्घटना नही बल्कि रेलवे और एनडीआरफ की टीम की संयुक्त मॉक ड्रिल है जो देखने मे वास्तविक ट्रेन दुर्घटना को दर्शाने का काम किया।यह मॉक ड्रिल दुर्घटना से बचने और विपरीत परिस्थितियों में प्रभावी रूप से निपटने के लिए रेलवे अभ्यास किया गया ।
राहत बचाव टीम को पैसेंजर ट्रेन की एक बोगी के पटरी से उतरने की खबर मिली थी।इसके बाद महज 20 मिनट में ही टीम घटना स्थल पर पहुंच गई। टीम ने वहां पहुंचते ही अपना अभ्यास शुरू कर दिया. रेलवे स्टेशन पर मॉक ड्रिल शुरू हुआ।
ट्रेन की बोगी के पटरी से उतरने के साथ बोगी एक दूसरे पर चढ़ गई। रेलवे का स्थानीय अमला सक्रिय हो गया। कंट्रोल रूम को तत्काल इसकी सूचना दी गई. जिसके बाद रेलवे की आपदा प्रबंधन टीम रेलवे स्टेशन यार्ड के लिए रवाना हुई।इसके साथ ही एनडीआरएफ की टीम जो घटना के वक्त धनबाद से कुछ दूरी पर थी, उन्हें भी सूचना दी गई और मौके पर तैनात किया गया और उनके जवान भी राहत कार्य मे जुट गयें।