
न्यूज़ टुडे झारखंड/बिहार(Dhanbad) धनबाद जिले के हीरापुर हरि मंदिर में 9 दिवसीय दुर्गाउत्सव आज मंगलवार विजयदशमी को संपन्न हो गई है।इसी के तहत एक अनोखा तरीका अपनाया जाता है है।जिसे कमिटी के लोग महत्वपूर्ण भूमिका मानते है।कहते है कि माँ दुर्गा की प्रतिमा विर्सजन महत्वपूर्ण भूमिका के साथ करते है।
बताया जाता है कि यादव समाज के लोगों के बिना नहीं होता विसर्जन। हीरापुर के ही हरि मंदिर में वर्ष 1933 से पारंपरिक तरीके से दुर्गोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। नौ दिनों की पूजा के बाद माता का विसर्जन दशकों से अनोखे ढंग से होता रहा है। इसमें यादव समाज की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आयोजन स्थल से जलाशय तक मां की प्रतिमा को यादव समाज के लोग अपने कंधों पर ले जाते हैं।
तीन किमी की दूरी तय कर तालाब पहुंचने से पहले माता की प्रतिमा को तीन स्थानों पर जमीन पर रखा जाता है। आयोजक बताते हैं कि एक बार यादव समाज के लोगों के बिना प्रतिमा के विसर्जन का प्रयास किया गया, पर प्रतिमा हिली तक नहीं। समाज के लोग स्वेच्छा से प्रतिमा के विसर्जन के लिए आते हैं।