DHANBAD:सिंदरी:पुनर्वास विस्थापन और रोजगार के समस्या को लेकर सिंदरी बस्ती के लोग नहीं करेंगे मतदान सिंदरी बस्ती के सभी मतदाता 75 वर्षों से पूर्णमासी विस्थापन से उपस्थित रोजगार उनके जमीन पर बने कारखाने पर नहीं मिल पा रहा है
भूमिहीन होकर बंजारन की जिंदगी जीने को मजबूर जमीन अधिकरण एफसीआई के लिए 1946 में हुआ जरूर से ज्यादा जमीन अधिकरण कर भू अर्जन के नियम के अनुसार उपयोग जमीन रयत को वापस नहीं किया गया अपना नाम से जमीन का कागजात नहीं रहने के कारण सरकारी सुविधा को से वंचित हैं!
आजादी के बाद से आज तक एक भी गरीब को सरकारी आवास से लाभ नहीं मिला पानी की सुविधा नहीं रोजगार के लिए युवक को बाहर जाना पड़ता है जाति आवासीय बनाने के लिए लोगों के जूते चप्पल तक घिस जाते हैं जमीन उत्तर वंशजों के अस्तित्व खतरे में आजाद देश की गुलाम नागरिक है
चुनाव में प्रत्याशी वादा करके कार्यकर्ता को लेकर हम लोग के बीच में आते हैं लोग बढ़-चढ़कर मतदान भी करते हैं निर्वाचित होकर प्रत्याशी कार्यकर्ताओं को चक्रव्यूह में रहकर हम लोगों को याद उनकी नहीं आती प्रशासन और सरकार भी इस पर गंभीर नहीं फिर 5 साल बाद वही दोहराया जाता है
इसीलिए हम सभी ग्रामीण मतदान नहीं करने का मन बना रहे हैं मत अधिकारी का कोई भी महत्व हम लोग के साथ नहीं है सरकार की तरफ से हमें नाल कुआं कल का कनेक्शन नहीं दिए जाने के कारण हमारे घर के महिलाओं को कड़ी धूप से नंगे पैरों मिलो दूर से पानी ढोना पड़ता है हमारे जमीन के कागजात नहीं होने के कारण हमारे जमीन और घर का कोई मूल्य नहीं हमें सरकार से ना ही इंदिरा आवास मिला ना ही पीएम आवास मिला और ना ही आबूबा आवास मिला हमारे आसपास कई इंडस्ट्रीज फैक्ट्री होने के बावजूद हमारे लोग रोजगार नहीं मिल पा रहा है
दूर-दूर से लोग आकर हमारे यहां काम कर रहे लेकिन हमारे लोग आधार कार्ड का पता देखकर छठ दिया जाता है आज हम लोग सब एकजुट होकर वोट का सामूहिक बहिष्कार कर रहे हैं ताकि सरकार और प्रशासन तक हमारी बात पहुंचे अगर प्रशासन हमारी बात को सुनने के लिए हमारे पास आती है तो हमें लिखित में लेंगे और आश्वासन देने के बाद किसी पार्टी को वोट देने पर विचार करेंगे अन्यथा हम सभी एक जुट होकर का बहिष्कार करेंग