
जिला संवाददाता- बबलू कुमार
कसमार। आज 21वी सदी में भी लोगों की आस्था बड़े कष्ट पर भी भारी पड़ती दिखी झारखंड के कई जिलों में आज भी आस्था के नाम पर कई ऐसे हैरतअंगेज कारनामे होते हैं जिन पर सहज विश्वास नहीं होता ऐसे किसी के शरीर में कोई सुई चुभते ही वह दर्द से बिलबिला उठता है लेकिन वहीं श्रद्धालुओं की पीठ में कील फंसा कर उसमें मोटे लकड़ी के ऊपर खंभे पर टांग कर गोल-गोल घुमाया जाता है और उसके मुंह से उफ तक ना निकलती बोकारो जिले के कसमार प्रखंड अंतर्गत मधुकरपुर के गांव में होने वाली चरक पूजा में शिव भक्तों का दर्द सहज ही झेल जाते हैं कसमार प्रखण्ड क्षेत्र में सदियों से चैत्र पर्व मनाने की पूर्व की अनूठी परंपरा रही है इसमें चड़क पूजा भी होती है कसमार प्रखंड के मधुकरपुर गांव में शुक्रवार को पांच दिवसीय क्षेत्र पर्व संपन्न हुआ मधुकरपुर शिव मंदिर में चैत्र संक्रांति पर हर वर्ष की भांति आज चैत्र पर्व की बुधवार को घाट पाठ पूजा के साथ शुरुआत हुई गुरुवार को पाट भोक्ता के साथ आठ भोक्ता जिसमे राजेश मुंडा, भागवत महतो, जेठू करमाली, संतोष रविदास, पंकज रविदास, शंकर करमाली, सुरेश रविदास, नारायण करमाली ने उपवास व्रत कर पीठ में मोटे लोहे की रॉड घुसा कर लगभग 40-50 फीट की ऊंचाई खंभे पर टांग कर गोल-गोल घुमाया गया। अब इसे कोई अंधविश्वास के या अपने आराध्य भगवान शिव के प्रति आस्था का पराकाष्ठा लेकिन मधुकरपुर में मन व आत्मा की शांति के लिए शरीर को बेहद कष्ट देने की परंपरा रही है। इसमें शिव भक्तों ने तमन्ना पूरी होने की खुशी में अपनी पीठ के चमड़े में हुक फंसा कर आकाश में झूलते हैं एवं करीब दो दर्जन भक्तों ने तो ढोल नगाड़ों की थाप पर आग के शोलों पर नृत्य भी किया। हवा में झूलने की रस्म को पूरा होने के बाद भोक्ता को नीचे उतारने के बाद उसकी पीठ से कांटा निकाल जमीन में पड़े धूल पैर में लगा कर उसके पीठ में लगाया जाता है यह ना किसी डॉक्टर के पास जाते हैं और ना ही उन्हें कोई दवा या सुई दी जाती है फिर भी इनके जख्म खुद भर जाते हैं। पूजा को संचालित करते हुए मुख्य रूप से उपस्थित मधुकरपुर पंचायत के मुखिया राजेंद्र महतो, डॉक्टर डॉक्टर लाल मोहन महतो, मिहिलाल मुंडा, धनु महतो, केसर महतो, हराधन करमाली, कुलदीप प्रजापति, रूपेश कुमार, बबलू कुमार, समाजसेवी संजय स्वर्णकार, धीरेन कपरदार, वासुदेव रविदास, प्रवीण कुमार, चौकीदार शंकर तुरी, राजेश पांडे, निर्मल स्वर्णकार, देबू महतो, धीरेन नायक, नागेश्वर महतो, गंगाधर बैठा, महेश प्रजापति, कार्तिक मंडल, सोहन महतो, मदन महतो, कसमार प्रखंड बजरंग दल संयोजक राहुल स्वर्णकार सहसंयोजक विष्णु ठाकुर एवं दर्जनों पूजा कमेटी के सदस्य एवं इस अनोखी रस्म को देखने के लिए हजारों ग्रामीण उपस्थित थे।