Dhanbad News :कोलयरी खान दुर्घटना की 20वी वर्षी पर श्रद्धांजलि सभा: शहीद की पत्नी ने कहा सभी वादे थे झुटे…
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Dhanbad News :कोलयरी खान दुर्घटना की 20वी वर्षी पर श्रद्धांजलि सभा: शहीद की पत्नी ने कहा सभी वादे थे झुटे…
NEWSTODAYJ : धनबाद।झरिया के लोदना क्षेत्र स्थित एरिया 10 अंतर्गत बागडिगी कोलयरी खान दुर्घटना की 20वी वर्षी पर बीसीसीएल के डायरेक्टर पर्सनल भी के एम मल्लिका अर्जुन राव , जीएम सेफ्टी ए के सिंह , बागडिगी के श्रमिक और शहीदों के परिजनो एवं झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, भाजपा नेता अखिलेश सिंह ने नम आंखों से दी श्रद्धांजलि।2 फरवरी 2001 को 29 श्रमिको की हुई थी.
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जल समाधी।हादसे के वक्त बीसीसीएल के वरीय अधिकारी ने शहीदों के आश्रित जो वादे किए थे वो वादे 20 साल बीत जाने के बाद भी पूरा नही हुआ।मंगलवार 2 फरवरी 2021को शहीद स्मारक पर श्रधांजलि देने पहुँचे शहीद सन्तराज प्रसाद की पत्नी सुनीता देवी ने कहा कि बीसीसीएल के वरीय अधिकारीयो ने हादसे के वक्त कहा था कि पेंशन ,बच्चों की स्कूल में फ्री एजुकेशन और 9 लाख रुपया मिलेगा।लेकिन नोकरी के अलावा आज तक कुछ भी नही मिला है।उन्होंने मीडिया के माध्यम से कहा कि बीसीसीएल ने शहीदों के आश्रितों को जो वादे किये थे उसे पूरा करे ।वही बागडिगी कोलयीयरी शहीद स्मारक पहुँचे बीसीसीएल के D P ( डायरेक्टर पर्सनल )भीकेएम मल्लिका अर्जुन राय ने कहा कि कोई भी खान हादसा काफी दुखद हादसा होती है । क्योकि ऐसे हादसे में बीसीसीएल के श्रमिक ही शहीद होते है। जो बेहद दुख की बात है।
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इसलिए ऐसे हादसे को देखते हुए सभी कामगारों को ज्यादा से ज्यादा सतर्क रहना जरूरी है।क्योकि सुरक्षा सबसे प्रथम है ।ताकि ऐसी घटना दुबारा ना हो।आपको बता दे कि धनबाद झरिया के लोदना क्षेत्र स्थित एरिया 10 अंतर्गत बागडिगी कोलियरी में 2 फरवरी 2001 दिन शुक्रवार को प्रथम पाली में 12 नम्बर पिट के सिम नम्बर सात में लगभग 80 से 90 श्रमिक कार्य करने गए थे । दिन के लगभग 11 बजे के आसपास अचानक 12 नम्बर पिट से हवा का तेज झोंका चानक के ऊपर उठा । हवा इतनी तेज थी कि चानक के ऊपर बैठे हुक मैन और मजदूरों में अफरा तफरी मच गई । हुक मैन ने मामले की जानकारी अपने वरीय अधिकारीयो को दी ।जानकारी मिलते ही अधिकारी चानक के समीप पहुँचे ओर मामले की जानकारी में जुट गए । थोड़ी ही देर में अधिकारियों को पता चल गया था कि चानक के अंदर डेम फट गया है ।जिससे खदान पूरी तरह डूब चुका है । खदान के अंदर डेम फटने की जानकारी जंगल मे आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई ओर आस पास के लोगों का हुजूम चानक समीप उमड़ पड़ा।
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जो श्रमिक खदान के अंदर कार्य करने गए थे उनके परिजन भी चानक के समीप पहुँच कर जल्द रेस्क्यू की मांग करने लगे।बीसीसीएल के वरीय अधिकारी त्वरित कार्यवाई करते हुए खदान में फंसे श्रमिको को निकालने के लिए रेस्क्यू का काम शुरू किया । दिन बीतते गए रेस्क्यू चलता रहा । खदान में पानी इतनी अधिक थी कि श्रमिको के पास रेस्क्यू की टीम को पहुँच पाना काफी मुश्किल हो रहा था।इधर खदान में फंसे श्रमिको के परिजन का धैर्य भी जवाब दे रहा था।
जिसे लेकर श्रमिक के परिजन और आस पास के लोग चानक पर हंगामा करने लगे थे।घटना की जानकारी मिलते ही खाकी और खादी की फौज भी बागडिगी कोलयीयरी पहुँच गई थी।इधर घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद जब खदान में फंसे श्रमिकों के बचने की संभावना क्षीण हो गई तो परिजनों ने बीसीसीएल के वरीय अधिकारी और जिला प्रसासन से शव निकालने की अपील की।जिसके बाद बीसीसीएल के अधिकारियों ने खदान में फंसे श्रमिको के रेस्क्यू के लिए मुंबई से गोताखोरों की टीम मंगाई।पांच फरवरी की रात बारह बजे गोताखोर की टीम जयरामपुर 5 नम्बर चानक से शव निकालना शुरू किया। शव की पहचान कैप लैंप के नंबर से की गई थी।वही घटना के सात दिन बाद रेस्क्यू की टीम ने मोहम्मद सलीम नामक फिटर को खदान से जीवित निकाला था।बड़ी खान दुर्घटनाओं की सूची में झरिया की बागडिगी कोलियरी भी शामिल है।