Dhanbad news:पुलिस के उदासीन रवैया से तंग युवक के आत्महत्या करने के बाद आक्रोशित परिजनों ने शव को रखकर थाने का किया घेराव
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NEWSTODAYJ_चिरकुंडा : पुलिस के उदासीन रवैया से तंग आकर एक आवेदक ने फांसी के फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली है। जिसके बाद पुलिस की कार्रवाई के ऊपर तरह तरह के सवाल उठने लगे हैं कि पुलिस आरोपी से पैसे लेकर गिरफ्तार आरोपी को छोड़ दिया।
मामला गल्फरबाड़ी ओपी क्षेत्र के एगारकुण्ड पानी टंकी के समीप का है। जहां के निवासी 35 वर्षीय मंटू दुबे पास के ही संदीप रजक और रंजीत दुबे के खिलाफ गलफरबाड़ी ओपी में अपनी पत्नी के ऊपर छेड़खानी जैसे घिनौनी हरकत की लिखित शिकायत कई बार की थी।
लेकिन पुलिस का सुस्त और उदासीन रवैया देखने के बाद तंग आकर आखिरकार मंटू दुबे ने शनिवार को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद परिजनों ने आनन-फानन में उसे धनबाद पीएमसीएच में भर्ती कराया जहां आज बुधवार की सुबह उसकी मौत हो गई।
गल्फरबाड़ी ओपी के चौखट पर शव रखकर जमकर बवाल
जिसके बाद परिजनों ने पुलिस के ऊपर उदासीनता अत्याचार का आरोप लगाते हुए गल्फरबाड़ी ओपी के चौखट पर शव रखकर जमकर बवाल काटने लगे और आरोपी संदीप रजक और रंजित दुबे की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। मामला गंभीर होते देख सभी थाना व ओपी और अन्य पुलिस वालों को बुलाया गया और गलफरबाड़ी ओपी पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। परिजनों का कहना है कि संदीप रजक और रंजीत दुबे के खिलाफ कई बार लिखित शिकायत ओपी में दिया गया लेकिन पुलिस इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। पैसों के बल पर आरोपी खुलेआम घूम रहा है और धमकी देता है। वही 2 दिन पहले पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया था फिर बाद में उसे छोड़ दिया।
परिजनों का कहना है कि मंटू दुबे की मौत की पूरी जिम्मेवारी ओपी प्रभारी पुलिस
इसके बाद एगारकुण्ड प्रखंड के बीडीओ विनोद कुमार कर्मकार चिरकुंडा थाना इंस्पेक्टर दिलीप यादव भी ओपी पहुंचे। इस संबंध में सर्किल इस्पेक्टर योगेंद्र पासवान ने कहा कि जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी अगर पुलिस कही भी दोषी है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
वहीं झामुमो नेता गुलाम कुरैशी का कहना है कि अगर ओपी प्रभारी की लापरवाही कारण मंटू की मौत हुई है तो ओपी प्रभारी पर अविलंब कार्रवाई की जाए।