Dhanbad news:पत्रकार वार्ता में उपायुक्त ने कहा-जिले में नहीं है ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की कमी…..
1 min read
Dhanbad news:पत्रकार वार्ता में उपायुक्त ने कहा-जिले में नहीं है ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की कमी…..
NEWSTODAYJ_Dhanbad news :निजी अस्पतालों को भी जिला प्रशासन मुहैया करा रहा है ऑक्सीजन ,संजीवनी वाहन रहेंगे 24 घंटे तैनात 36000 लीटर प्रतिदिन ऑक्सीजन का होगा उत्पादन सरकारी या निजी अस्पताल के मरीजों को नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी बोकारो, धनबाद, गिरिडीह के बीच बनेगा कोविड सर्किट शीघ्र आएंगे 70 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
मरीजों के मृत्यु की जा रही है मैपिंग
जिले के लोगों को वैश्विक महामारी की दूसरी लहर में मेडिकल सुविधा के लिए घबराना नहीं है। जिले में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और ऑक्सीजन सप्लाई की कमी नहीं है। जिला प्रशासन ने निजी अस्पतालों को भी ऑक्सीजन मुहैया कराया है। शीघ्र ही 24 घंटे के लिए दो संजीवनी वाहन भी तैनात रहेंगे। लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए जिला प्रशासन ने बहुत मेहनत की है। लोगों को किसी प्रकार का डर और भय अपने मन में नहीं रखना चाहिए।
यह बातें उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह ने शुक्रवार की संध्या सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में मीडिया से कहीं।
उपायुक्त ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को ऑक्सिजन की सबसे अधिक आवश्यकता है। इसके लिए कंट्रोल रूम से 24 घंटे सातों दिन उपायुक्त स्वयं एवं दंडाधिकारी ऑक्सीजन मैनीफोल्ड एवं आईसीयू पाइपलाइन की निगरानी करते हैं। रीफिलिंग स्टेशन में मजिस्ट्रेट तैनात हैं और लगातार ऑक्सीजन सप्लाई चैन पर निगरानी रखते हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर का ट्रांसपोर्टेशन करने वाले वाहनों की जीपीएस ट्रैकिंग की जाती है। यहां तक कि विगत दिनों जिला प्रशासन ने एशियन द्वारकादास जालान सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, जसलोक व अशर्फी अस्पताल सहित अन्य निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन की सप्लाई कर मदद पहुंचाई है।
उन्होंने कहा कि शनिवार से ऑक्सीजन सप्लाई करने के लिए 2 संजीवनी वाहन तैयार रहेंगे। जो चौबीसों घंटे किसी भी कोविड फैसिलिटी में जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन मुहैया कराएगी।
जिले में है 271 आईसीयू बेड
उपायुक्त ने कहा कि आईसीयू बेड को लेकर प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती है। वर्तमान में जिले में 271 आईसीयू बेड है। अगले 10 दिन में और 50 बेड उपलब्ध कराए जाएंगे। आईसीयू बेड की निगरानी कंट्रोल रूम से की जाती है। आईसीयू बेड हमेशा भरे रहने का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां धनबाद के अलावा संथाल परगना, गिरिडीह, कोडरमा से भी मरीज आते हैं। साथ ही बताया कि रांची के बाद केवल धनबाद में ही इतनी बड़ी संख्या में आईसीयू बेड उपलब्ध है।
उपायुक्त ने बताया कि जिन मरीजों का ऑक्सीजन लेवल 65-70 के नीचे चला जाता है उनका ऑक्सिजन लेवल सामान्य पर लाने के लिए 2 से 3 दिन लग जाते हैं। सामान्य होने के बाद मरीज को आईसीयू बेड से दूसरे बेड में शिफ्ट किया जाता है। इसमें समय लग जाता है और यह एक चुनौती है। जैसे बेड की संख्या बढ़ेगी, यह समस्या दूर हो जाएगी।
उपायुक्त ने लोगों से अपील की कि वे पैनिक न हो। जिले में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की कमी नहीं होगी।शीघ्र जिला प्रशासन आईसीयू बेड की संख्या को बढ़ाने जा रहा है।
बोकारो धनबाद गिरिडीह का बनेगा कोविड सर्किट
उपायुक्त ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री झारखंड के निर्देश पर शीघ्र ही बोकारो धनबाद एवं गिरिडीह के बीच कोविड सर्किट बनेगा। इससे इन जिलों के मरीजों को समय रहते बेड दिलाने का प्रयास किया जाएगा। कोविड सर्किट बन जाने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।