रांची:अब तीसरी लहर में बच्चों पर खतरा,मई के 22 दिनों में 765 बच्चे हुए कोरोना संक्रमित….
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रांची:अब तीसरी लहर में बच्चों पर खतरा,मई के 22 दिनों में 765 बच्चे हुए कोरोना संक्रमित….
NEWSTODAYJ_रांची:80 प्रतिशत दे चुके हैं वायरस को मात, अब तीसरी लहर की आशंका से तैयारियां शुरू
सरकारी व निजी अस्पतालों में पीडियाट्रिक कोविड वार्ड और आईसीयू हो रहे तैयार
कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार में काफी कमी आई है। एक्सपर्ट के अनुसार 15 दिनों में स्थिति और सामान्य होगी। एक्टिव केस भी घटकर 1000 से 1500 के बीच पहुंच जाएंगे। लेकिन तीसरी लहर की चेतावनी के बाद स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन व अस्पताल प्रबंधन अभी से इससे बचने की तैयारी में जुट गए हैं। देश के वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के अनुसार तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
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एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के अनुसार दूसरी लहर में भी काफी बच्चे संक्रमित हुए थे। सिर्फ 22 दिन (1 से 22 मई) में राजधानी में 765 बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। यह आंकड़े 0 से 14 साल आयु वर्ग के हैं। इनमें से 230 बच्चे (30 %) की स्थिति बिगड़ी थी। वहीं 550 से ज्यादा बच्चे (75%) कोरोना को मात दे चुके हैं। तीसरी लहर में 0 से 14 साल आयु वर्ग वालों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी व सरकारी अस्पतालों को पीडियाट्रिक कोविड वार्ड और आईसीयू तैयार रखने को कहा है।
सदर के नर्सिंग स्टाफ को मिलेगी ट्रेनिंग
सदर अस्पताल के प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर आशीष रंजन ने बताया कि बच्चों के लिए 60 बेड तैयार किए जा रहे हैं। इसमें 20 बेड सभी सुविधाओं से युक्त आईसीयू होगा और 40 बेड सामान्य ऑक्सीजन सपोर्टेड होंगे। बच्चों के लिए वार्ड में किस तरह की तैयारी करनी चाहिए, इसके लिए सिविल सर्जन व जिला प्रशासन की टीम ने रानी हॉस्पिटल की व्यवस्था देखी थी। सदर अस्पताल के कर्मियों को वहां ट्रेनिंग के लिए जल्द भेजा जाएगा। साथ ही वार्ड में मिनी वेंटिलेटर, सी पैप, बेबी वार्मर जैसे उपकरण इंस्टॉल किए जाएंगे।
निजी अस्पताल में बढ़ेंगे 190 बेड
स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के निर्देश के बाद निजी अस्पतालों ने तैयारी कर ली है। रानी हॉस्पिटल में दूसरी लहर से ही बच्चों के लिए 40 बेड आईसीयू समेत ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड उपलब्ध हैं। इसे जरूरत के अनुसार और बढ़ाया जाएगा। यह बच्चों का अस्पताल है, इसलिए इसे डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में तब्दील किया जा सकता है। मेडिका में बच्चों के लिए 50, ऑर्किड में 25, राज हॉस्पिटल में 40, मेदांता अस्पताल में 35, पल्स में 40 बेड की शुरुआती सुविधा उपलब्ध रहेगी।
रिम्स में क्रिटिकल केयर के 50 बेड रिजर्व
रिम्स में क्रिटिकल केयर के 50 आईसीयू बेड समेत और पार्किंग कोविड अस्पताल के 300 बेड को सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया है। जनसंपर्क अधिकारी डॉ डीके सिन्हा ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर के लिए करीब 350 बेड रिजर्व रखने की योजना है। जरूरत पड़ने पर दूसरी लहर की तरह बगैर देर किए अन्य वार्डों को भी तैयार कर लिया जाएगा। वहीं जैसे ही स्थिति सामान्य होने लगेगी ओपीडी शुरू होंगे। दूसरे वार्ड जिसे कोविड बनाया गया है, उन्हें फिर से वार्डों में तब्दील कर लिया जाएगा।