दिल्ली:दिल्ली में 1500 से अधिक आईसीयू बेड खाली ,40 दिनों में पहली बार स्थिति सामान्य…..
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दिल्ली:दिल्ली में 1500 से अधिक आईसीयू बेड खाली ,40 दिनों में पहली बार स्थिति सामान्य…..
NEWSTODAYJ_दिल्ली में कोरोना महामारी का दायरा सिकुड़ता नजर आ रहा है। नए मामलों में कमी आने के साथ अब अस्पतालों में भी मरीज कम होने लगे हैं। 45 दिन बाद दिल्ली में पहली बार 1500 से अधिक आईसीयू बेड मरीजों के लिए उपलब्ध हुए हैं। इससे गंभीर रोगियों को अस्पतालों में दाखिले में होने वाली परेशानी काफी हद तक खत्म हो गई है।
दिल्ली में मार्च के आखिरी सप्ताह में कोरोना की चौथी लहर शुरू हो गई थी। इसके बाद दैनिक संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी थी और अस्पतालों में भी रिकॉर्ड स्तर पर मरीज भर्ती होने लगे थे। तब 10 अप्रैल तक ही अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या 6 हजार पार पहुंच गई थी। उस दौरान अस्पतालों में गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू बेड की कमी होना शुरू हो गई थी। आलम यह था कि गंभीर मरीजों को बिस्तर के इंतजार में घंटों अस्पताल के बाहर इंतजार करना पड़ रहा था। करीब एक माह तक यह समस्या बनी हुई थी, लेकिन अब पिछले आठ दिन से धीरे-धीरे स्थिति ठीक हो रही है।
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अब कोरोना मरीजों के लिए कुल उपलब्ध 6869 आईसीयू बेड में से 1574 खाली हैं। इनमें जीटीबी अस्पताल में 433, लोकनायक में 332, राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी में 164 समेत कई अन्य अस्पतालों में भी 40 से 50 बिस्तर खाली हैं। बीते 40 दिन में ऐसा पहली बार है जब अस्पतालों में 1500 से अधिक आईसीयू बेड खाली हैं। सरकार की ओर से लगातार आईसीयू बेड बढ़ाने और गंभीर मरीजों की संख्या में आई कमी के कारण ऐसा हुआ है। सरकार ने एक सप्ताह 800 से ज्यादा बेड बढ़ाए हैं। आईसीयू में भर्ती मरीजों की संख्या भी घटकर 6 हजार से नीचे आई है।
आंकड़ों पर गौर करें तो सात दिन पहले तक आईसीयू में भर्ती मरीजों की संख्या 5789 थी, जो अब घटकर 5295 रह गई है। इस हिसाब से देखें तो एक सप्ताह में 500 से अधिक गंभीर मरीज स्वस्थ हुए हैं। वहीं, एक सप्ताह पहले कुल आईसीयू बेड की संख्या 6073 थी, जो अब बढ़कर 6869 हो गई है। लिहाजा, एक तरफ मरीज कम हो रहे हैं तो दूसरी ओर बेड भी बढ़ाए जा रहे हैं।
अस्पतालों में कम हो गए 7 हजार से ज्यादा रोगी
6 मई को विभिन्न अस्पतालों में 20,117 मरीज भर्ती थे, जिनकी संख्या अब घटकर 12,462 रह गई है। दो सप्ताह में ही 7,655 मरीज कम हुए हैं। इससे ऑक्सीजन बेड की समस्या खत्म हो गई है। अस्पतालों में मरीजों की घटती संख्या पर एम्स के डॉक्टर विक्रम का कहना है कि दैनिक मामलों में कमी के साथ अस्पतालों में भी मरीज घट रहे हैं। यह काफी अच्छा संकेत हैं। अब दिल्ली में कोरोना का संक्रमण कमजोर हो रहा है। उम्मीद है कि आने वाले एक सप्ताह में इस स्थिति में अधिक सुधार होगा