अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बंधुआ मजदूर निगरानी समिति की बैठक, जिले भर में बंधुआ मजदूरों का सर्वेक्षण कराने का लिया गया निर्णय।
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धनबाद।
अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बंधुआ मजदूर निगरानी समिति की बैठक, जिले भर में बंधुआ मजदूरों का सर्वेक्षण कराने का लिया गया निर्णय।
धनबाद। गुरुवार को अनुमंडल पदाधिकारी राज महेश्वरम की अध्यक्षता में बंधुआ मजदूर निगरानी समिति की बैठक हुई। जिले भर में बंधुआ मजदूरों का सर्वेक्षण कराने का निर्णय लिया गया। सर्वेक्षण के उपरांत जो भी बंधुआ मजदूर चिन्हित होंगे उन्हें पुनर्वास सहित सरकार द्वारा दी जाने वाली आर्थिक मदद का लाभ दिलाने पर विशेष बल बैठक में दिया गया। बैठक में निगरानी समिति के सदस्यों में श्रम अधीक्षक रवि शंकर प्रसाद , श्रम पदाधिकारी वाटर कुजूर , श्रम परिवर्तन पदाधिकारी हरेंद्र सिंह , जिला समाजिक कोषांग पदाधिकारी , झारखण्ड़ ग्रामीण विकास ट्रस्ट (एनजीओ) शंकर रवानी , वार्ड पार्षद (55) साहेब राम हेम्ब्रम , समाजसेवी मुख्तार खान उपस्थित हुए। मुख्तार खान ने बताया कि आज हर क्षेत्र में मजदूरों से बंधुआ मजदूर की तरह काम लिया जाता है। उन्हें उनके परिजनों से मिलने से भी रोका जाता है। कई ऐसे बंधुआ मजदूर भी है जो तीन साल , पांच साल से बंधुआ मजदूर की जिंदगी व्यतीत कर रहे है। बंधुआ मजदूर निगरानी समिति उन्हें न्याय दिलाने का काम करेगी। बैठक में यह तय हुआ है कि जो भी बंधुआ मजदूरी करा रहे है उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में छापामारी की जाएगी। श्रम अधीक्षक रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि बंधुआ मजदूरों के सवाल पर कई चर्चाएं अनुमंडलीय स्तर की बैठक में की गई है। सर्वेक्षण में जो भी बंधुआ मजदूर चिन्हित होंगे उन्हें नियमानुसार सरकार द्वारा मिलने वाला लाभ डीसी के माध्यम से दिलाया जाएगा।