
Sweeper sign strike : सफाईकर्मी तीन सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य हो जाएंगे , प्रभावित पड़ सकते पानी , सफाई…
- देवघर नगर निगम के सभी सफाईकर्मी सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे।
- निगम क्षेत्र के 36 वार्ड से कचरा का उठाव नहीं होगा और न ही शहर के मुख्य मार्ग या गली-मोहल्ले में सफाई का काम किया जाएगा।
NEWSTODAYJ : झारखंड लोकल बॉडीज इंप्लाइज फेडरेशन के आह्वान पर आज से दो दिनों तक देवघर नगर निगम के सभी सफाईकर्मी सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे। हड़ताल एक और दो सितंबर को रहेगी।देवघर निगम क्षेत्र में हड़ताल का असर सफाई के साथ-साथ पानी की सप्लाई पर भी पड़ेगा। इस दौरान निगम क्षेत्र के 36 वार्ड से कचरा का उठाव नहीं होगा और न ही शहर के मुख्य मार्ग या गली-मोहल्ले में सफाई का काम किया जाएगा।
20 हजार घरों से डोर-टू-डोर कचरा का उठाव किया जाता है।पूरे निगम क्षेत्र में प्रतिदिन औसतन एक टन कचरा का उठाव केवल एजेंसी एमएसडब्ल्यूएम की ओर से किया जाता है। एजेंसी डोर-टू-डोर कचरा का उठाव करती है। ऐसे में दो दिनों तक कचरा का उठाव नहीं होने से शहर में गंदगी बढ़ेगी। खासकर सब्जी मार्केट व मुख्य बाजार में गंदगी ज्यादा दिखेगी।पानी सप्लाई पर भी असर पंप चालक के भी हड़ताल में शामिल होने से निगम क्षेत्र में पानी की सप्लाई पर असर पड़ेगा।
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लगभग 24 हजारों घरों तक सप्लाई के माध्यम से पानी पहुंचाई जाती है। निगम क्षेत्र में कचरा, साफ-सफाई का काम करनेवाले कर्मियों की संख्या लगभग 700 है। इसमें 450 दैनिक मजदूरी के रूप में सफाईकर्मी काम करते थे, जबकि एक सौ की संख्या में पंप चालक, रोड कुली व कंप्यूटर ऑपरेटर शामिल है। इन कर्मियों द्वारा पूरे निगम क्षेत्र में सफाई का काम करते हैं।
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तीन सूत्री मांगों को लेकर सांकेतिक हड़ताल फेडरेशन ने तीन सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर है। डोर-टू-डोर कचरा उठाव करने वाली एजेंसी द्वारा सड़क किनारे से कचरा उठाव पर रोक लगाने, मृत एवं सेवानिवृत्त सफाईकर्मियों की बकाया का शीघ्र भुगतान करने एवं दैनिक कर्मियों का 27 माह का बकाया ईपीएफ मद की राशि का जल्द भुगतान शामिल है।हड़ताल अवधि के दौरान मांग पर विचार नहीं किया गया तो सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को बाध्य हो जाएंगे।