Redemption : साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिका ‘आलमी फलक ‘ का विमोचन , उर्दू महज़ एक ज़बान ही नहीं एक तहज़ीब का नाम है…
1 min read
Redemption : साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिका ‘आलमी फलक ‘ का विमोचन , उर्दू महज़ एक ज़बान ही नहीं एक तहज़ीब का नाम है…
NEWSTODAYJ : धनबाद कोयलनांचल के शायर अहमद निसार के संपादन में निकलने वाली उर्दू पत्रिका ‘आलमी फ़लक ‘ के प्रवेशांक का विमोचन आज वासेपुर स्थित ताज पैलेस मैरेज हाल में सम्पन्न हुई।मौके पर शहर के हिन्दी उर्दू के रचनाकार एवं बुद्धिजिवियों की जमात मौजूद थी।अहमद निसार ने पत्रिका के प्रकाशन पर अपनी बात को विस्तार देते हुए कहा की उर्दू महज़ एक ज़बान ही नहीं एक तहज़ीब का नाम है।
हम अपनी इस विरासत को उर्दू लिख कर पढ़ कर और बोल कर ही बचाये रख सकते हैं।शिक्षक अबरार अहमद ने कहा कि धनबाद से आलमी फलक जैसी पत्रिका का प्रकाशन बहुत बड़ा और मुश्किलों भरा काम है मैं जनाब अहमद निसार के उर्दू से उनकी बेलौस मुहब्बत और खिदमत के जज़बे का दिल से एहतराम करता हूँ।
इम्तेयाज बिन अजीज ने कहा कि जिस तरह सर सैय्यद अहमद खां ने बच्चों को इंग्लिश पढा़ने की मुहिम शुरू की थी उसी प्रकार हमें बच्चों को उर्दू पढा़ने का अभियान चलाना होगा।डा० हसन निज़ामी ने कहा कि हिन्दुस्तान भर से बहुत सारे अदबी रिसाले निलते हैं , “आलमी फलक ” के प्रवेशांक में देश-विदेश से चोटी के रचनाकार शामिल हैं, मैं आशा करता हूँ कि आलमी फलक बहुत ही कम समय में रचनाकारों की पहली पसन्द बन जाएगा।
प्रोग्राम की अध्यक्षता मो० हदीस, संचालन मुमताज़ कुरैशी एवं धन्यवाद ज्ञापन नमन इंडिया के अध्यक्ष मो० परवेज अखतर (पारो खान) ने किया।विमोचन समारोह में इम्तेयाज बिन अजीज़, अनिल अनलहातू, डा० इकबाल हुसैन, इम्तेयाज नदवी, नसीम अख्तर नसीम, शमशुल हुदा अलीग, अबदुर्रहमान अब्द, अकील गयावी, अहमद फरमान, परवेज शीतल, इरफान खान चौघरी, अधिवक्ता मुस्लिम खान, शान्तनु चटर्जी, गयास अकमल, अबरार अहमद, मो० हदीस, अफकार अहमद, डा० हबीब आदिल, मोनाज अख्तर, जर्रार अनसारी, मुस्तकीम खान, डा० रजाउर्रहमान, मो० आसिफ रिजवी, सैय्यद मतलूब हाशमी, जुबैर आलम, डा० इकबाल अहमद, अनजुम परवेज, गयास खान, मो० नसीम अनसारी, रूस्तम खान आदि ने अपनी मौजूदगी दर्ज करायी। प्रोग्राम में कोविड-19 कोरोना के मद्देनजर सोसल डिस्टेन्स, सेनिटाईजर एवं मास्क का प्रयोग किया गया।