RBI ने 50 डिफाल्टर्स के माफ किए 68,607 करोड़ रुपये- माल्या-चोकसी भी शामिल- RTI में खुलासा
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RBI ने 50 डिफाल्टर्स के माफ किए 68,607 करोड़ रुपये- माल्या-चोकसी भी शामिल- RTI में खुलासा
NEWS TODAY : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने स्वीकार किया है कि उसने 50 शीर्ष विलफुल डिफाल्टर्स के 68,607 करोड़ रुपये के कर्ज को माफ किया है. इसमें फरार हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम भी शामिल है. यह जानकारी एक आरटीआई आवेदन से सामने आई है. प्रमुख आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने 50 शीर्ष विलफुल डिफाल्टर्स के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए 16 फरवरी तक उनके ऋण की मौजूदा स्थिति के बारे में जानने के लिए एक आरटीआई आवेदन दाखिल किया थाl
50 शीर्ष विलफुल डिफाल्टर्स की इस सूची में चोकसी की भ्रष्टाचार में फंसी कंपनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड शीर्ष भी है, जिसके ऊपर 5,492 करोड़ रुपये की देनदारी है. इसके अतिरिक्त समूह की अन्य कंपनियां, गिली इंडिया लिमिटेड और नक्षत्र ब्रांड्स लिमिटेड हैं, जिन्होंने क्रमश: 1,447 करोड़ रुपये और 1,109 करोड़ रुपये का कर्जा लिया था. इस सूची में दूसरे स्थान पर आरआर एग्रो लिमिटेड है, जिसने 4,314 करोड़ रुपये के कर्ज लिया था. इसके निदेशक संदीप झुनझुनवाला और संजय झुनझुनवाला एक साल से अधिक समय से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के दायरे में हैं.
दो हजार करोड़ रुपये की श्रेणी में कानपुर स्थित रोटमैक ग्लोबल प्रा.लि. है, जो प्रसिद्ध कोठारी समूह का हिस्सा है और इसने 2,850 करोड़ रुपये कर्ज ले रखे हैं. इस श्रेणी के अन्य नामों में शामिल हैं – कुदोस केमी, पंजाब (2,326 करोड़ रुपये), बाबा रामदेव और बालकृष्ण के समूह की कंपनी रुचि सोय इंडस्ट्रीज लिमिटेड, इंदौर (2,212 करोड़ रुपये), और जूम डेवलपर्स प्रा.लि., ग्वालियर (2,012 करोड़ रुपये)l
इस सूची में 18 कंपनियां एक हजार करोड़ रुपये कर्ज वाली श्रेणी में हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख नाम हरीश आर. मेहता की अहमदाबाद स्थित फॉरएवर प्रीसियस ज्वेलरी एंड डायमंड्स प्रा.लि. (1962 करोड़ रुपये), और भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या की बंद हो चुकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस लिमिटेड (1,943 करोड़ रुपये) शामिल हैंl
इसके अलावा 25 कंपनियां ऐसी हें, जनके ऊपर एक हजार करोड़ से कर्ज बकाया हैं. ये 605 करोड़ रुपये से लेकर 984 करोड़ रुपये तक के हैं. ये कर्ज या तो व्यक्तिगत तौर पर लिए गए हैं, या समूह की कंपनियों के रूप में. 50 शीर्ष विलफुल डिफाल्टर्स में से छह हीरा या सोने के ज्वेलरी उद्योग से संबंधित हैंl