Political news:हेमंत सोरेन की सरकार या तो खुद कंफ्यूज है या लोगों कंफ्यूज कर रही है:पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी
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NEWSTODAYJ_धनबाद: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी रविवार को धनबाद पहुंचे. यहां सिंदरी स्थित साईं मंदिर पहुंचकर उन्होंने पूजा अर्चना की. मंदिर परिसर में इंदु और रणवीर तनेजा की स्मृति में बने तनेजा साईं आश्रम का उद्घाटन भी बाबूलाल मरांडी ने किया. बाद में मीडिया से बातचीत के दौरान बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार और जेएमएम नेताओं पर जमकर निशाना साधा.
धनबाद में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार कोयला, बालू ,लोहा, जमीन सहित झारखंड की तमाम संपदा को लूटने में लगी है. उन्होंने कहा कि गलती से भी आप अपने घर में तालाबंद कर कुछ दिनों के लिए बाहर ना जाएं, वर्ना सरकार और जेएमएम पार्टी के नेता आपके उस घर का ताला तोड़कर अपना बनाने में कोई कसर नही छोड़ेंगे और 1942 का पेपर दिखाकर कहंगे यह उनका खुद का है.
बाबूलाल मरांडी ने धनबाद में जेएमएम पर निशाना साधाबाबूलाल मरांडी बोले-हेमंत सरकार कंफ्यूजः 1932 के खतियान को लेकर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार या तो खुद कंफ्यूज है या लोगों कंफ्यूज कर रही है. 15 नवंबर 2000 को भारतीय जनता पार्टी की राज्य में सरकार बनी,उस वक्त मैं खुद मुख्यमंत्री था.
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1982 में बिहार सरकार ने जो स्थानीयता की परिभाषा और सर्कुलर लागू किया था, उसे हमने एडॉप्ट करने का काम किया था. उसके बाद शिक्षक, दारोगा ,बीडीओ ,सीओ समेत लगातार कई बहालिया हुईं. उसके बाद इस राज्य में रघुवर दास के नेतृत्व में सरकार बनी.
रघुवर दास सरकार के द्वारा कटऑफ डेट 1985 तय की गई थी, लेकिन 2019 में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बने और उनके कार्यकाल के दो साल हो चुके हैं. अब भी वह विधानसभा में खड़े होकर कहते है कि हम अध्ययन कर रहें हैं, उनके विधायक व समर्थक सड़कों पर उतरकर कहते हैं कि स्थानीय नीति 1932 होनी चाहिए. बाबूलाल ने कहा कि आपकी सरकार है जो करना है करें, आखिर कौन रोक रहा है. लेकिन यह काम नहीं करना चाहते हैं, बल्कि अपनी नाकामी को छुपाने के लिए जान बूझकर पूरे राज्य में लोगों को आपस मे लड़ाने का काम कर रहें हैं.