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Makar Sankranti 2021 : मकर संक्रांति की तैयारी पर व्यपारियो ने दुकानों में तिलकुट बनाने का काम शुरू किया…
NEWSTODAYJ : धनबाद कोयलांचल के झरिया बाजार में चारों तरफ तिलकुट की सौंधी खुशबू महक रही है। झरिया के तिलकुट की जिले में तो डिमांड है ही, जिले के बाहर भी यहां सप्लाई होती है। झरिया का तिलकूट पड़ोसी राज्य बंगाल, बिहार में भी भेजा जाता है। यहां का तिलकुट लोग चाव से खाते हैं। पहले बिहार के गया से तिलकुट मंगवाकर झरिया के दुकानदार बेचते थे। लेकिन हाल के वर्षों में झरिया के तिलकुट ने अपनी एक अलग पहचान बना ली है।
मकर संक्रांति में गुड़, चूडा के साथ तिल दान करने की परंपरा है। इसी वजह से लोग मकर संक्रांति में तिलकुट भी दान करते हैं। आम हो या खास मकर संक्रांति पर्व मनाने वाले तिल का प्रयोग अवश्य करते हैं। मकर संक्रांति से एक माह पूर्व झरिया की दर्जनों दुकानों में तिलकुट बनाने का काम शुरू हो जाता है। झरिया के गोलघर, धर्मशाला रोड़, कोयरीबांध, डिगवाडीह, जोड़ापोखर आदि स्थानों में तिलकुट का कारोबार जोरों से चल रहा है।दुकानदार तिलकुट बनाने के लिए गया, रांची, जहानाबाद से कारीगरों को एक महीना पहले ही दुकान में बुला लेते हैं,
ताकि समय पर तिलकुट तैयार हो जाए। कारीगरों के रहने व खाने की व्यवस्था दुकानदार ही करते हैं। मकर संक्रांति में यहां तिलकुट का कारोबार लाखों का होता है।तिलकुट में मिलेगी इम्यूनिटी बढ़ाने वाली सामग्री।कोरोना काल को देखते हुए इस वर्ष झरिया के कारोबारी तिलकुट में इलाइची, दालचीनी, जावित्री जैसी सामग्रियों का उपयोग कर रहे हैं। इससे लोगों की इम्यूनिटी बढ़ेगी। जानकारों के अनुसार इन सामग्री से बने तिलकुट के खाने से लोग स्वस्थ रहेंगे।इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में लगभग पांच प्रतिशत कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। गुड, चीनी व इलायची का भाव बढ़ने से इस वर्ष तिलकुट के भाव कुछ ज्यादा हैं।तिलकुट कारोबारी – रंजीत गुप्ता ने बताया कि जैसे-जैसे खाने के सामान की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। इसी वजह से इस वर्ष तिलकुट के भाव में भी कुछ तेजी आई है। लोगों की पसंद को ध्यान में रखते हुए कम दर के भी तिलकुट बनाए जा रहे हैं।कोरोना को लेकर इस वर्ष तिलकुट कम बनाए हैं।
अभी तक तिलकुट खरीदारी को लेकर उतनी डिमांड नहीं देखी गई है। झरिया शहर क्षेत्र में कुछ दिन बाद तिलकुट का बाजार पकड़ेगा।थोक मंडी के भाव : खोवा तिलकुट 250-280, चीनी तिलकुट 160-220, गुड़ तिलकुट 190-220, तिल का लड्डू 160-200, रेवड़ी 120-160, गुड़ रेवड़ी 130-180, गजक 90-120, गुड़ 40-50, चूड़ा 25-50 रुपये प्रति किलो थोक बाजार में बिक रहे हैं।खुदरा दुकान के भाव : खोवा तिलकुट 280-320, चीनी तिलकुट 180-250, गुड़ तिलकुट 200-220, तिल का लड्डू 180-220, रेवड़ी 140-160, गुड़ रेवड़ी 150-200, गजक 160-200, गुड़ 46-54, चूड़ा 45-60 प्रतिकिलो खुदरा भाव में बाजार में बिक रहे हैं।