
Jharkhand News : प्रतिमा विसर्जन को लेकर दो पक्षों के बीच हुई मारपीट…
NEWSTODAYJ : पाकुड़ सरकार एवं प्रशासन वैसे तो सामाजिक सौहार्द्र एवं आपसी भाईचारे की मिसाल पेश करने को हर दिन अपने तरीके से प्रशासनिक कवायद करती रहती है लेकिन बाबजूद इसके कुछ ऐसे असमाजिक तत्व हमेशा सक्रीय रहते हैं जो हर संवेदनशील मौके पर सामाजिक ताने बाने को तार तार करने का प्रयास करने से बाज नही आते हैं।
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कुछ इसी तरह का मामला पश्चिम बंगाल की सीमा से लगे पाकुड़ जिले के झिकरहाटी गाँव में एक बार फिर देखने को मिला जहाँ माता दूर्गा की प्रतिमा के विसर्जन को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद का माहौल जानबूझकर तैयार किया गया, हालाँकि पाकुड़ पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों की तत्परता के कारण पहले की तरह इस बार भी विवाद को समय रहते रोक लिया गया।
जानकारी के मुताबिक प्रतिमा को विसर्जित करने हेतु वर्षों पुरानी पारंपरिक रीति के अनुसार तालाब की ओर ले जाया जा रहा था कि कुछ असमाजिक तत्वो के द्वारा मौके पर इसका विरोध किया गया और देखते ही देखते यह मामूली बहस मारपीट का शक्ल अख्तियार कर चुका । मामले के बाबत ग्रामीणो का कहना है कि सदियों से उक्त तालाब मे प्रतिमा के विसर्जन की परंपरा चली आ रही है लेकिन हाल के कुछ वर्षों से कुछ लोग हर साल इसको लेकर विवाद का माहौल बना देते हैं।ग्रामीणो की माने तो इस मारपीट में प्रशासनिक संसाधन को भी क्षतिग्रस्त किया गया । हालाँकि इस मामले में पाकुड़ मुफ्सिल थाना प्रभारी दिलीप कुमार मल्लिक ने बताया कि हंगामा करने वाले व्यक्ति की पहचान कर ली गई है एवं पुलिस व प्रशासन की उपस्थिति में प्रतिमा का विसर्जन शांतिपूर्ण तरीके से कराई गई।वही इस मामले के बात कुछ ग्रामीणो ने बताया कि कोविड 19 को लेकर प्रशासन की गाइड लाइन के उल्लंघन को लेकर ये विवाद खड़ा किया गया ।
ग्रामीणों ने इस मामले मे बताया कि जब प्रशासन की गाइड लाइन का अनुपालन एक पक्ष विशेष के द्वारा किया गया तो दूसरे पक्ष के लिए भी उक्त गाइडलाइन का अनुपालन करना अपरिहार्य हो जाता है । ग्रामीणो के मुताबिक बेवजह इस मामले को कुछ लोगों के द्वारा सांप्रदायिक रंग दिए जाने का प्रयास किया गया जो कि उनके इलाके के सामाजिक सौहार्द्र के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।