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Jharkhand News : कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ गई ,आइसोलेशन सेंटर भी खाली हो रहे…
NEWSTODAYJ रांची : राजधानी में कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ गई है। हर दिन मिलने वाले मरीजों की संख्या तो 100 के आसपास है। लेकिन अब सिटी में कोरोना मरीजों के लिए बनाए गए आइसोलेशन सेंटर भी खाली हो रहे हैं। एक समय था जब मरीजों के लिए बेड कम पड़ने लगे थे। तब हेल्थ डिपार्टमेंट लगातार नए आइसोलेशन सेंटर बना रहा था। वहीं एक समय था जब मरीज काफी हो गए थे। उस समय कोरोना मरीजों के इलाज के लिए राजधानी के खेलगांव स्टेडियम में 2000 बेड का आइसोलेशन सेंटर बनाया गया था।
आज वहां पर एक या दो मरीज के होने की संभावना है। इससे साफ है कि सिटी के आइसोलेशन सेंटर अब खाली हो गए हैं।सिटी में कोरोना के 1441 मरीज बचे हैं। अब उसमें से 1000 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। जबकि 441 मरीज सिटी के आइसोलेशन सेंटरों में इलाज करा रहे हैं। इसमें रिम्स में 70 कोरोना संक्रमित मरीज इलाज करा रहे हैं। वहीं सदर हॉस्पिटल में कोरोना के 30 मरीजों का इलाज चल रहा है। बाकी के मरीज सिटी के प्राइवेट हॉस्पिटल व होटलों में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में ट्रीटमेंट करा रहे हैं।कोरोना के लक्षण वाले मरीज अब नहीं मिल रहे हैं। मरीजों में कोई लक्षण नहीं होने के कारण उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है। वहीं माइल्ड सिंप्टोमैटिक वाले भी हॉस्पिटल जाने से परहेज कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें भी घरों में कोविड नियमों का पालन करते हुए रहने की सलाह दी जा रही है। इस वजह से ही अधिकतर मरीज होम आइसोलेशन में हैं।सरकार ने धुर्वा स्थित पारस हॉस्पिटल को भी शुरुआत में कोविड सेंटर बनाया था।
उस समय 50 बेड का कोविड सेंटर चल रहा था। मरीजों का वहां पर इलाज भी हुआ। जब कोरोना के मरीज सिटी में कम होने लगे तो उसे सामान्य मरीजों के लिए छूट दे दी गई। वहीं अन्य आइसोलेशन सेंटर भी फिलहाल खाली पड़े हैं। अगर मरीजों की संख्या नहीं बढ़ती है तो जल्द ही आइसोलेशन सेंटरों को हटाने पर विचार किया जाएगा। फिलहाल फेस्टिव सीजन को देखते हुए सभी को अलर्ट रहने को कहा गया है।