Indefinite strike warning : पारा चिकित्सा कर्मियों ने आंदोलन का चेतावनी दी , हड़ताल पर जाने की बात कही जिम्मेदार सरकार को साधा…
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Indefinite strike warning : पारा चिकित्सा कर्मियों ने आंदोलन का चेतावनी दी , हड़ताल पर जाने की बात कही जिम्मेदार सरकार को साधा…
- पूरे राज्य से 12 हज़ार अनुबंध पारा चिकित्सा कर्मियों ने मांगे पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए रणनीति तैयार किया है।
- हड़ताल पर जाने से पूरे राज्य मे कोविड जांच, ओपीडी सेवा, लेबर रूम सेवा, इमरजेंसी सेवा और भी अनेक चिकित्सा व्यवस्थाओं पर इस हड़ताल का असर देखा गया
NEWSTODAYJ जमशेदपुर : एक तरफ कोरोना काल में जहां पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है वही पिछले कई वर्षों से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर परेशान अनुबंध पारा चिकित्सा कर्मियों ने आंदोलन का रूप अख्तियार कर लिया है जहां पूरे राज्य से 12 हज़ार अनुबंध पारा चिकित्सा कर्मियों ने मांगे पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए रणनीति तैयार किया है। विगत मई महीने में भी झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी के द्वारा कैंडल जलाकर व तीन दिनों तक काला बिल्ला लगाकर सरकार का ध्यान अपनी मांगों के तरफ आकृष्ट कराया गया पर निष्कर्ष नहीं निकला।
थक हार कर इस महामारी में जान को जोखिम में डालकर अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के बैनर तले कर्मचारियों द्वारा आंदोलन का बिगुल फूंक दिया गया है जहां पूरे राज्य भर से 12 हज़ार अनुबंध पारा कर्मी, सीधे समायोजन, स्थाई कर्मचारियों के तर्ज पर वेतन, अन्य राज्यों की तुलना प्रोत्साहन राशि इन सभी मांगों को लेकर चिकित्सा कर्मियों ने एकदिवसीय सांकेतिक हड़ताल किया।
पूर्वी सिंहभूम जिले की बात करें तो पूरे 9 ब्लॉक के लगभग 700 कर्मचारी एक दिवसीय हड़ताल पर रहे,इन कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से पूरे राज्य मे कोविड जांच, ओपीडी सेवा, लेबर रूम सेवा, इमरजेंसी सेवा और भी अनेक चिकित्सा व्यवस्थाओं पर इस हड़ताल का असर देखा गया वही इस संबंध में जानकारी देते हुए संघ के संयुक्त सचिव संतोष कुमार ने बताया कि अगर इस मामले में सरकार कुछ कदम नहीं उठाती है तो वे सभी अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए बाध्य होंगे जिसकी जवाबदेही सिर्फ और सिर्फ सरकार की होगी।