Dhanbad news:भाजमो का एक प्रतिनिधि मंडल झारखण्ड के राज्य निर्वाचन आयुक्त, डी.के. तिवारी से भेंट कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।
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NEWSTODAYJ_Dhanbad :धर्मेंन्द्र तिवारी के नेतृत्व में आज भारतीय जनतंत्र मोर्चा का एक प्रतिनिधि मंडल झारखण्ड के राज्य निर्वाचन आयुक्त, डी.के. तिवारी से भेंट कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने राज्य निर्वाचन आयुक्त के संज्ञान में लाया कि राज्य सरकार महापौर का चुनाव दलीय आधार पर नहीं करायेगी और उप महापौर तथा उपाध्यक्ष का चुनाव भी प्रत्यक्ष रूप से नहीं करायेगी, बल्कि उप महापौर और नगर परिषदों के उपाध्यक्ष को वहां के चुने गये पार्षदों के माध्यम से ही मनोनीत करायेगी।
इस अनुचित निर्णय पर हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में दिनांक 24 अगस्त, 2021 को मंत्रिपरिषद् की बैठक में झारखण्ड सरकार ने भी अपनी रजामंदी की मुहर लगा दी है।
भारतीय जनतंत्र मोर्चा के अध्यक्ष, धर्मेंन्द्र तिवारी ने बताया कि महापौर का चुनाव दलीय आधार पर होने से आम जनता किस राजनीतिक पार्टी के नीति-सिद्धांत से प्रभावित है, उसका पता नहीं चल पाता है।
उसी तरह उप महापौर तथा उपाध्यक्ष का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से नहीं कराने संबंधी झारखण्ड सरकार का यह फैसला अनुचित एवं भ्रष्टाचार को बढ़ावा देनेवाला है।
जब राज्य में नगर निकायों, त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं सहित लोकसभा एवं विधानसभा के सदस्य प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित किये जाते है तो उप महापौर और उपाध्यक्ष को प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित क्यों नहीं किया जाएगा।
उप महापौर तथा उपाध्यक्ष का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से नहीं होना, संवैधानिक व्यवस्था एवं लोकतंत्रीय शासन प्रणाली के प्रतिकूल है।
उन्होंने कहा कि उप महापौर और उपाध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष होने से पार्षदों की खरीद-फरोख्त की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता साथ ही हॉर्स ट्रेडिंग को भी बढ़ावा मिलेगा।
जिस प्रत्याशी के पास जितना बड़ा झोला होगा उसके पास पार्षदों की संख्या भी उतनी ही अधिक होगी। इस पूरे प्रकरण में धन-बल का अधिकतम अनुचित उपयोग होगा, जो लोकतंत्र के हित में कतई ठीक नहीं होगा। तिवारी ने यह भी कहा कि विगत वर्षों में कई बार झारखण्ड के माथे पर हॉर्स ट्रेडिंग का दाग लग चुका है जिसके कारण राज्य की विधेयिका शर्मसार भी हुई है। आशंका है कि कहीं इस बार भी ऐसी ही घटना की पुर्नावृति न हो।
तिवारी ने अपनी पार्टी भारतीय जनतंत्र मोर्चा की ओर से राज्य निर्वाचन आयुक्त से मांग किया कि राज्यहित, जनहित, न्यायहित एवं संवैधानिक व्यवस्था के रक्षार्थ हेतु अन्य सभी संवैधानिक संस्थाओं की चुनावों की तरह उप महापौर तथा उपाध्यक्ष का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से कराया जाय और महापौर का चुनाव राजनीतिक पार्टी के सिंबल के आधार पर ही हो, ताकि संवैधानिक संस्थाओं पर राज्य की जनता का विश्वास और गहरी हो सके।
तिवारी के साथ पार्टी उपाध्यक्ष, मुकेश पाण्डेय, पार्टी महासचिव, रमेश पाण्डेय, आशीष शीतल मुण्डा, शसंजीव आचार्या, सचिव (संगठन), राकेश कुमार पाण्डेय, आई टी सेल के अध्यक्ष अमेया विक्रामा रोहित सिंह एवं कार्यालय प्रभारी, डॉक्टर ओम प्रकाश पाण्डेय, संजय द्विवेदी उदय मंडल, उपेंद्र यादव, श्याम बिहारी नायक, विवेक, हीरा यादव आदि ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को ज्ञापन सौंपा।