Deepotsav 2020 : दीपोत्सव ने बदली कुम्हारों की किस्मत , स्थानीय लोगों के लिए आर्थिक उन्नति के मार्ग भी खोल रहा…
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Deepotsav 2020 : दीपोत्सव ने बदली कुम्हारों की किस्मत , स्थानीय लोगों के लिए आर्थिक उन्नति के मार्ग भी खोल रहा…
NEWSTODAYJ : अयोध्या में दिव्य दीपोत्सव एक ओर पूरे विश्व का आकर्षण चुरा रहा है तो दूसरी ओर स्थानीय लोगों के लिए आर्थिक उन्नति के मार्ग भी खोल रहा है । दीपोत्सव के विराट आयोजन से दीपों की बिक्री बढ़ी है अयोध्या के पड़ोसी जनपदों से भी दीपों की आपूर्ति की जा रही है । जिससे कोरोना महामारी की मार झेल रहे मिट्टी के पात्र और खिलौने बनाने वालों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है ।
योगी सरकार के दीपोत्सव के महा आयोजन से लालगंज के कुम्हार टोला निवासी मिट्टी के दीये बनाने के व्यवसाय से जुड़े लोग काफी प्रफुल्लित हैं। इस व्यवसाय से जुड़ी गंगाजली का कहना है कि सरकार ने हम सबके लिए किस्मत के दरवाजे खोल दिए हैं, दीपों की बढ़ती मांग ने त्यौहार के दिनों में काफी राहत दी है। उनकी पुत्री ज्योति प्रजापति पढ़ाई के साथ इस व्यवसाय में अपनी मां का हांथ बंटाती हैं। वो कहती हैं कि आज के आधुनिक ज़माने में अपनी सनातन संस्कृति से जोड़ने के लिए सरकार की कोशिश से अयोध्या धार्मिक पर्यटन नगरी के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। राधेश्याम प्रजापति के मुताबिक सरकार ने मशीन दी है जिससे कम समय में ढेर सारे दीये का उत्पादन हो रहा है और उत्पादन बढ़ने से लाभ भी बढ़ रहा है । संगीता प्रजापति वापस से दीये और देसी सामानों की मांग बढ़ने से काफी खुश दिखीं । वो कहती हैं ऐसे आयोजनों से देश से चाइनीज़ सामानों की बिक्री बंद होगी और भारत के बने सामानों की बिक्री बढ़ेगी लोकल लोगों की आमदनी बढ़ेगी। गायत्री देवी प्रजापति कहती हैं।
कि पहले को दीये पच्चीस से तीस रुपए सैकड़े बिकते थे आज चालीस रुपए तक बिक रहे हैं । पहले के मुकाबले मिट्टी के दीपों की मांग भी खूब बढ़ रही है।तुलसी राम संस्कृत से एम ए हैं, अपने पारम्परिक व्यवसाय को संभाल रहे हैं वो दीपोत्सव आयोजन को अयोध्या के लिए एक क्रांतिकारी कदम मानते हैं जिससे कुम्हारों, होटल व्यवसायियों , प्रॉपर्टी डीलरों आदि लोगों की आय में वृद्धि होगी और पर्यटन बढ़ने से स्थानीय स्तर पर काफी रोजगार बढ़ेगा।