Contracted strike : पारा मेडिकल कर्मियों के अनुबंधित हड़ताल पर जाने से कोरोना सैंपल जांच में पड़ रहा असर…
1 min read
Contracted strike : पारा मेडिकल कर्मियों के अनुबंधित हड़ताल पर जाने से कोरोना सैंपल जांच में पड़ रहा असर…
- हड़ताल का तीसरा दिन हो गई है। इस हड़ताल पर जाने से कोरोना सैंपल जांच के साथ-साथ पैथोलॉजी लैब, एक्स-रे कक्ष का कार्य समेत टीकाकरण का कार्य पर सीधा असर पड़ रहा है।
- सभी पारा मेडिकल कर्मी जिला मुख्यालय स्थित सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा संघ के बैनर तले कर्मियों ने तीसरे दिन भी धरना- प्रदर्शन जारी रखा।
NEWSTODAYJ जामताड़ा : झारखंड में अनुबंधित पारा मेडिकल कर्मियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल गुरुवार को भी जारी रखा।गुरुवार को हड़ताल का तीसरा दिन हो गई है। इस हड़ताल पर जाने से कोरोना सैंपल जांच के साथ-साथ पैथोलॉजी लैब, एक्स-रे कक्ष का कार्य समेत टीकाकरण का कार्य पर सीधा असर पड़ रहा है। वहीं, इस हड़ताल को यक्ष्मा विभाग का भी समर्थन अनुबंध कर्मियों को मिल रहा है।राज्य संघ के आह्वान पर अनुबंध के तहत कार्यरत सभी पारा मेडिकल कर्मी जिला मुख्यालय स्थित सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा संघ के बैनर तले कर्मियों ने तीसरे दिन भी धरना- प्रदर्शन जारी रखा।इस धरना- प्रदर्शन से कई विभागों में ताले लटक गये हैं।
इसमें सदर अस्पताल में पैथोलॉजी लैब, एक्स-रे कक्ष में कार्य प्रभावित हुआ है।वहीं, यक्ष्मा विभाग के कर्मियों ने भी तालाबंदी कर हड़ताल को समर्थन दिया। दूसरी ओर, एएनएम जीएएनएम संघ ने पूरे जिला में टीकाकरण प्रभावित होने का दावा भी किया है।पहले एक्स-रे, पैथोलॉजी जांच घर में ताला लटका था, वहीं अब यक्ष्मा विभाग के कर्मियों द्वारा हड़ताल का समर्थन करने पर मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल सहित पूरे जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने लगी है।
यह भी पढ़े…Naxalite arrested : पुलिस को मिली बड़ी सफलता , दो लाख का ईनामी नक्सली छोटू मांझी गिरफ्तार
सदर अस्पताल में मरीजों का पैथोलॉजिकल जांच बंद हो गया है।सभी एलटी हड़ताल पर चले गये हैं।वहीं, एक्स-रे कक्ष में भी ताला लटका हुआ है।गुरुवार को यक्ष्मा विभाग ने भी समर्थन देते हुए सभी कर्मी धरना प्रदर्शन में सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष आ गये।झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के जिला सचिव मंटू रूईदास ने कहा कि आंदोलन समाप्त करने को लेकर प्रशासनिक दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन संघ के आह्वान पर सभी अनुबंध कर्मी हड़ताल पर एकजुट होकर डटे हुए हैं. अनुबंध के तहत कार्यरत पारा मेडिकल कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से सबसे ज्यादा असर कोविड-19 संक्रमण के तहत दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं पर दिखने लगा है।
लैब टेक्नीशियन के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के कारण सैंपल कलेक्शन और सैंपल की जांच की गति थम गयी है. ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण का कार्य भी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. कर्मियों के हड़ताल पर जाने से कई स्वास्थ्य केंद्रों में ताले लटक गये हैं।इसका असर आमलोगों के स्वास्थ्य सुविधा पर पड़ने लगा है।
जामताड़ा सीएचसी में किया प्रदर्शन
संघ के जिला इकाई की पूर्व अध्यक्ष रेखा कुमारी के नेतृत्व में गुरुवार को हड़ताल का तीसरा दिन सफल रहा. हड़ताल पर डटे एएनएम व जीएनएम ने पुराना सदर अस्पताल परिसर स्थित सीएचसी जामताड़ा में धरना- प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाये. कर्मचारियों को संबोधित करते हुए पूर्व जिला अध्यक्ष रेखा कुमारी ने कहा कि गुरुवार को जामताड़ा जिले में टीकाकरण पूर्ण रूप से ठप रहा।राज्य सरकार को झारखंड की जनता की चिंता नहीं है, क्योंकि आज वैश्विक महामारी कोविड-19 का फैलाव पूरे जिले में है. इसके बावजूद अनुबंध कर्मियों को हड़ताल पर बैठने को विवश कर रही है. सरकार अनुबंध कर्मियों को प्रोत्साहित करने के बजाय डरा- धमका रही है. स्वास्थ्य सेवा पर हड़ताल का असर साफ दिख रहा है. इसी कारण सरकार हड़ताल को वापस लेने की धमकी देकर महामारी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की बातें कही जा रही है।सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन जारी
झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के जिला सचिव मंटू रूईदास ने राज्य इकाई के निर्देश पर अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहने की बात कही. मंटू ने बताया कि संघ के बैनर तले अनुबंध के तहत कार्यरत पारा मेडिकल कर्मी जिसमें एएनएम, जीएनएम, फार्मासिस्ट, लैब टेक्निशियन के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था पर असर पड़ रहा है. धरना- प्रदर्शन करने वालों में विजय कुमार, बबलू कुमार, सुदर्शन कुमार, किरण कुमार सिंह, अजय कुमार, अरुण कुमार, सुरेश कुमार, आशीष कुमार चौबे, तरुण नंदी, पवन कुमार सहित अन्य शामिल थे।