सरकार बदल चुकी है नियम भी -जेल के नियमों से परे लालू दिखे अपने पुराने अंदाज में
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सरकार बदल चुकी है नियम भी -जेल के नियमों से परे लालू दिखे अपने पुराने अंदाज में
NEWS TODAY रांची :: झारखण्ड में हेमंत सोरेन के साथ महागठबंधन में समिलित राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है और राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव पुराने रंग में लौटते दिख रहे हैं। चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे लालू यादव को इलाज़ के लिए रिम्स अस्पताल में भर्ती किया हैं जहाँ लालू यादव जेल में अपने पुराने अंदाज दिखेl इंग वार्ड के बरामदे में लालू यादव कि जनता दरबार लगने लगी हैं।
सबसे पहले उनसे मिलने मुख्यमंत्री पद के दावेदार हेमंत सोरेन आए, उसके बाद सिलसिला चालू हो गया। गुरुवार को आधा दर्जन से ज्यादा लोग लालू प्रसाद से मिलने आए और बारी बारी से मिलकर वापस जाते रहे। रिम्स के प्रथम तल में मौजूद लालू से मिलने के लिए लोग आते रहे और सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने उनकी सुध भी नहीं ली। हेमंत सोरेन के बाद 7 लोगों ने लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की लेकिन रजिस्टर में किसी का नाम नहीं लिखा गया। पुलिसकर्मियों से लालू से मुलाकात करने वालों के नाम पूछे गए तो इंस्पेक्टर अशोक मंडल ने सिर्फ हेमंत सोरेन का नाम बताया।गौरतलब है कि, जेल प्रशासन ने लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करने वालों के लिए जो नियम बनाया गया हैं उसमे शनिवार का दिन तय किया है। इस दिन अधिकतम 3 लोग उनसे मुलाकात कर सकते हैं। विशेष परिस्थिति में परिवार को कोई एक व्यक्ति हफ्ते में किसी भी एक दिन लालू प्रसाद यादव से मिल सकता है। तीन महीने पहले लालू के बेटे तेजस्वी यादव को भी उनसे बिना मिले वापस लौटना पड़ा था क्योंकि जेल प्रशासन ने इजाजत नहीं दी थी। अब सरकार बदलने पर हालात भी बदल गए हैं।
राजद नेता जनार्दन प्रसाद लालू प्रसाद से मुलाकात करके निकल रहे थे तो मीडिया के सवालों से बचते दिखेl उन्होंने बताया कि जेल प्रशासन ने उन्हें मुलाकात की अनुमत दी है। जब इस बारे में जेल अधीक्षक से पूछा गया तो जेल अधीक्षक के रजिस्टर में मुलाकातियों की लिस्ट में उनका नाम नहीं है। बिहार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह भी लालू प्रसाद की खराब तबीयत का हाल जानने आए थे लेकिन उनका नाम रजिस्टर में नहीं है।