लोकतांत्रिक जनता दल के नेतृत्व में CAA,NRC और NPR को लेकर संविधान बचाओ जनसभा का भूली में आयोजन
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लोकतांत्रिक जनता दल के नेतृत्व में CAA,NRC और NPR को लेकर संविधान बचाओ जनसभा का भूली में आयोजन
NEWS TODAY धनबाद :: लोकतांत्रिक जनता दल के नेतृत्व में रविवार को NPR, CAA, और NRC, एक्ट को लेकर भूली स्थित डव स्कूल के निकट संविधान बचाओ जनसभा का आयोजन किया गया। जिसमे आए हुए वक्ताओं ने कहा कि भारत सरकार की जन विरोधी कानून सीएए एनआरसी और एनपीआर का पुरजोर विरोध करते हैं साथ में वक्ताओं ने कहा कि संविधान आर्टिकल 14 की रक्षा के लिए संविधान के बचाव के लिए आज हम लोग यहां जमा हुए हैं और इस कड़े कानून के खिलाफ एक स्वर में भारत सरकार से यह मांग करते हैं इस पर पुनर्विचार कर इस कानून में उचित संशोधन करें या फिर उसे हटाए।
वही इस संबंध में मीडिया को संबोधित करते हुए समाजसेवी हाजी जमीर आरिफ ने कहा कि सीएए ,एनपीआर, और एनआरसी, कानून के खिलाफ 4 दिनों से वासेपुर में धरना पर बैठे हैं उन्होंने कहा कि इस कानून के खिलाफ अपनी बातों को अच्छे ढंग से विधि व्यवस्था और कानून व्यवस्था का ध्यान रखते हुए मीडिया के माध्यम से भारत सरकार और राज्य सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं कि हमारा उद्देश्य है कि इस कानून को जिस मंशा के तहत लाया गया है यह सर्वमान्य नहीं है पूरे मुल्क में इसका विरोध हो रहा है बस हमारी सरकार से यही मांग है कि जनहित का ख्याल रखते हुए इस कानून में उचित संशोधन हो और महत्वपूर्ण विचार कर इस कानून को वापस लिया जाए।वही मगध यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर परवेज अख्तर ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि एनआरसी, सीसीएए, आर, एनपीआर कानून के खिलाफ संविधान बचाओ जनसभा कर रहे हैं उन्होंने कहा कि संविधान के 14 आर्टिकल्स के आधार पर यह साफ लिखा है कि हिंदुस्तान में जाति के आधार पर धर्म के आधार पर मजहब के आधार पर किसी हिंदुस्तान के नागरिकों को नहीं बांटा जा सकता है सरकार की इस कानून से केवल मुस्लिम ही नहीं सभी जाति और धर्म की नागरिकता खतरे में संविधान के आर्टिकल 14 को बचाने के लिए हम लोग आज जनसभा किए हैं साथ में उन्होंने कहा कि इस कानून के खिलाफ हम लोग का विरोध जारी रहेगा उस वक्त तक जारी रहेगा जब तक सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती हैl
साथ ही उन्होंने कहा कि संविधान के बचाव के लिए हम लोग खड़े हुए हैं मुसलमान ही नहीं हर मजहब के सारे लोग इसमें जी जान से लगे हुए हैं उन्होंने कहा कि हम पीछे नहीं हटेंगे हम भारत के नागरिक हैं और यह हमारा हक है कि हिंदुस्तान में ही रहे भारत सरकार को मीडिया लोगों के माध्यम से बताना चाहते हैं कि उनके पूर्वजों का भारत मे सर्वोच्च बलिदान रहा है इसलिए हिंदुस्तान मे उनका उतना ही हक है उन्होंने कहा कि जनमानस का ख्याल रखते हुए इस कानून में संशोधन करें या इस बार पुनर्विचार कर इस कानून को वापस ले। इस कार्यक्रम में मौके पर मुख्य रूप से अकबर जमीर आलम ,परवेज अख्तर, मौलाना गुलाम अख्तर ,मुफर्ता शाहिद, आफतान नदवी, मौलाना यूनुस ,मुख्तार खान, अशोक कुमार वर्मा ,रविंद्र वर्मा ,मोहम्मद रजूलल्लाह, नौशाद खान ,नौशाद आलम, मशकूर अहमद, तबरेज आलम, आदि उपस्थित थे।