राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस
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साथ ही उन्होंने कहा की स्कूलों कालेजों एवं तकनीकी संस्थानों में दवा खिलाई जा रही है जिससे स्वक्षता से पेट में कृमि नहीं पहुंच सकता है इसके लिए हैंडवाश के लिए भी बच्चो को प्रेरित किया गया है | 19 साल के बच्चे हैं जिन्हें कृमि की दवा खिलाए जाना है 2 साल से नीचे के बच्चों को आधी गोली चूर कर पानी में घोलकर खिलाना है और चबाकर भी खा सकते हैं या गोली स्वादिष्ट है.
उन्होंने बताया कि इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है अगर खाने के बाद किसी बच्चे की जीवनी चलाती है और उल्टी होती है तो उसे ओ आर एस का घोल देना है.इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा यह राष्ट्रीय प्रतिरक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिले में 12 लाख 4760 अल्बेंडाजोल उपलब्ध कराया गया है जो लक्ष्य से काफी अधिक।
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