
महीनों के बकाया मानदेय को लेकर उर्जा मित्र हड़ताल पर
NEWSTODAYJ – आठ महीने से मानदेय नहीं मिलने से नाराज ऊर्जा मित्र सोमवार से हड़ताल पर चले गए। इससे बिल जनरेट का काम बाधित हो गया है। अब लोगों की औसत बिलिंग में हुई गड़बड़ियां में सुधार का मामला फंस गया है। धनबाद डिवीजन में सिर्फ 22 से 30 मई तक ऊर्जा मित्रों ने बिल जनरेट किया है। अब तक अधिकांश लोगों का बिल जेनरेट नहीं हो पाया है। धनबाद डिवीजन के कार्यपालक अभियंता एसबी तिवारी ने ऊर्जा मित्र के साथ बैठक कर बिल जनरेट का दबाव बनाया था। उन्हें आश्वासन भी दिया था जल्द बिल भुगतान कर दिया जाएगा। आश्वासन के बाद सिर्फ 64 ऊर्जा मित्र काम पर लौट गए थे लेकिन मानदेय भुगतान नहीं होने पर फिर बेमियादी हड़ताल पर चले गए।
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धनबाद सर्किल में 203 ऊर्जा मित्र बिल जनरेट का कार्य कर रहे हैं। इनमें धनबाद डिवीजन में 64 ऊर्जा मित्र हैं। अक्टूबर 2019 से इनका मानदेय बकाया है। गोविंदपुर में 42 ऊर्जा मित्रों का जुलाई 2018 से, झरिया के 55 का जनवरी 2020 से तथा निरसा के 42 का अक्टूबर 2019 से मानदेय बकाया है। इससे पूरी तरह से बिल जनरेट का काम रुक गया है। एजेंसी के प्रोजेक्ट इंचार्ज अर्णव कुमार का कहना है कि तीन करोड़ 40 लाख रुपए बकाया हो चुका है। बिल भुगतान नहीं पर ऊर्जा मित्र को मानदेय भुगतान नहीं कर पा रहा है। इसको लेकर जीएम से लगातार वार्ता चल रही थी लेकिन अब तक नहीं हुआ। इसके कारण ऊर्जा मित्र हड़ताल पर चले गए।