
ओस्लो।
भारतीय मूल के अभिजीत, उनकी पत्नी डुफ्लो व क्रेमर को मिला अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार। क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर…….
ओस्लो। नोबेल पुरस्कारों की लगातार घोषणा हो रही है। वहीं भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी और उनकी पत्नी एस्थर डफलो और माइकल क्रेमर को संयुक्त रूप से अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। आपको बताते चलें कि ‘वैश्विक गरीबी खत्म करने के प्रयोग’ के उनके शोध के लिए तीनों अर्थशास्त्रियों को सम्मानित किया गया है। जानकारी के अनुसार उन्हें यह पुरस्कार इकनॉमिक साइंसेज कैटिगरी में दिया गया है। बता दें कि भारत में जन्मे अभिजीत अमेरिकी नागरिक हैं, जबकि उनकी पत्नी एस्थर डुफलो फ्रेंच मूल की हैं और इस समय अमेरिका में रह रही हैं। यह प्रतिष्ठापूर्ण पुरस्कार पाने वाले माइकेल क्रेमर भी अमेरिकी नागगिर हैं। उन्हें यह पुरस्कार ‘वैश्विक स्तर पर गरीबी उन्मूलन के लिए किए गए उनके कार्यों के लिए दिया गया है। नोबेल समिति के सोमवार को जारी बयान में तीनों को 2019 का अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की। बयान के मुताबिक इस वर्ष के पुरस्कार विजेताओं का शोध वैश्विक स्तर पर गरीबी से लड़ने में हमारी क्षमता को बेहतर बनाता है। मात्र दो दशक में उनके नए प्रयोगधर्मी दृष्टिकोण ने विकास अर्थशास्त्र को पूरी तरह बदल दिया है। विकास अर्थशास्त्र वर्तमान में शोध का एक प्रमुख क्षेत्र है। 58 वर्षीय बनर्जी ने भारत में कलकत्ता विश्वविद्यालय से 1981 में बीएससी की, इसके बाद 1983 में उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से एमए किया। इसके बाद वह हार्वर्ड चले गए जहां, 1988 में उन्होंने हावर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी की। वर्तमान में वह मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं।