पुरे जिले में वैवाहिक शहनाई के जगह गूंज रहे हैं पुलिस के सायरन
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पुरे जिले में वैवाहिक शहनाई के जगह गूंज रहे हैं पुलिस के सायरन
NEWS TODAY बोकारो:- शादी विवाह समारोह के लिए सबसे बड़ा मुहूर्त है अक्षय तृतीया लेकिन यह पहला मौका है वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लागू लॉकडाउन के कारण गोमिया के सड़कों और बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
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कई लोगों ने शादीरद्द कर दी हैं तो कइयों ने लॉकडाउन की तिथि से आगे बढ़ा दिया है। शादी, सगुन, सगाई सहित अन्य मांगलिक कार्य के लिए अक्षय तृतीया का मुहूर्त सबसे शुभ माना जाता है। इसमें भारी मात्रा में गहनों आभूषणों की खरीदारी कर नवयुगल परिणय सूत्र में बंधते हैं, लेकिन पूरे देश में लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंस का पालन करने के लिए इस बार इलाके में ढोल, ताशे और बैंडबाजे की आवाज नहीं सुनाई दे रही है।
जबकि पुलिस वाहन के सायरन चरम पर है। पुलिस द्वारा सायरन और हूटर बजाकर सड़कों पर जमघट लगाने वालों को सरेआम खदेड़ा जा रहा है। लॉकडाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित शादी समारोह के पहले से तैयार बैंडबाजे व उनके कलाकार, हलवाई उनके साथ काम करने वाले लोगों के लिए परेशानी बनकर आया है। जिनकी इस सीज़न में ही पूरे साल की कमाई रहती है। शादी ब्याह के अवसर पर खाना बनाने वालें, टेंट व्यवसायी, मैरिज हॉल, बर्तन व्यवसाय, ज्वेलरी वर्कशॉप, कपड़ा व्यवसायी, डेकोरेशन, शादी ब्याह में काम करने वाले मजदूर वर्ग पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। इन व्यवसाय से जुड़े लोगों का पूरा सीजन ही बिगड़ गया है। हर साल अक्षय तृतीया पर प्रत्येक गांव में शहनाई की गूंज और डीजे की धूम सुनाई देती थी, लेकिन आज पुरे जिले में पुलिस के सायरन सुनाई दे रहे हैं।