बाघमारा विधायक ढुलू महतो का एक और बडा बयान जिला प्रशासन को जाने पूरी खबर
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(धनबाद)
बाघमारा विधायक ढुलू महतो का एक और बडा बयान जिला प्रशासन को जाने पूरी खबर…….!
धनबाद:-बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो और व्यवसायियों के बीच रंगदारी से शुरू हुआ मुद्दा अमित थमने का नाम नहीं ले रहा है .पिछले 45 दिनों से हार्ड को व्यवसायियों द्वारा रंगदारी के मुद्दे पर बाघमारा के बीसीसीएल एरिया 1 से 5 के क्षेत्र में कोयला उठाव बंद के मुद्दे पर अभी भी घमासान कम नहीं हुआ है। जहां जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई जांच कमेटी आगामी 8 जनवरी को इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय निकलने की तैयारी कर रही है।
और हार्डकोक मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी तय करने पर विचार कर रही है। वहीं बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो ने धनबाद सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता कर जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई हाई पावर कमिटी पर सवाल खड़ा कर दिया है और उसके फैसले को नहीं मानने का ऐलान किया है। उन्होंने अपनी ओर से विरोध जताते हुए साफ किया है कि जिस कमिटी में मजदूरों का कोई प्रतिनिधि नहीं उसके फैसले को न तो मजदूर मानेंगे और ना ही वह मानेंगे.इस मुद्दे को लेकर वह खुद धनबाद उपायुक्त को पहले ही पत्र दे चुके हैं…….!
जंहा तक कोयला लोडिंग की बात है तो सिर्फ और सिर्फ मजदूरों द्वारा मैनुअल लोडिंग ही स्वीकार करेंगे किसी भी सूरत में मशीन द्वारा लोडिंग कतई स्वीकार नहीं करेंगे। मजदूरों के पेट पर लात नहीं मारने देंग. जिला प्रशासन गोली का भी सहारा ले ले तब भी वह और मजदूर पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने एक बार फिर व्यवसायियों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि चोरी के कोयला इस्तेमाल करने वाले उन पर रंगदारी का झूठा आरोप लगा रहे हैं. लेकिन इस मसले को आज तक साबित नहीं कर पाए कि रंगदारी उसे किसने मांगा.राजनीतिक तौर पर उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन मजदूरों की लड़ाई लड़ते रहेंगे……..!
साथ ही हार्डकोर व्यवसायियों द्वारा डीबीटी के जरिए मजदूरों के पेमेंट का स्वागत करेंगे लेकिन मैनुअल लोडिंग की जगह पर मशीन से लोडिंग को वह स्वीकार नहीं करेंगे बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो ने एक नई शर्त जोड़ते हुए कहा कि हार्ड कोक उद्यमियों को पूरे महीने की हिसाब से 30 दिनों का मजदूरी भुगतान करना होगा। अब सिर्फ 1 दिनों के मजदूरी भुगतान से नहीं चलेगा कई बार मजदूरों को एक दिन का मिलता है दूसरे दिन उन्हें काम नहीं मिल पाता ऐसे में उन दंगल मजदूरों को परेशानी उठानी पड़ती है।
अब ऐसा नहीं होगा जिन्हें भी लोडिंग करनी है उन्हें एक नियत मजदूरी के हिसाब से 30 दिन का भुगतान एक साथ करना होगा और वह भी उनके खाते में हो जिस का स्वागत करेंगे।