पीएम मोदी के जन्मदिन पर युवा नेता अमरेश सिंह ने काटा केक, मरीजों के बीच बांटा फल।
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धनबाद।
पीएम मोदी के जन्मदिन पर युवा नेता अमरेश सिंह ने काटा केक, मरीजों के बीच बांटा फल।
धनबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन है। पूरे देश मे उनका जन्मदिन मनाया जा रहा है। वही आज धनबाद में भी बीजेपी के युवा नेता अमरेश सिंह ने केक काट कर प्रधानमंत्री का जन्म दिन मनाया।वही केक काटने से पूर्व अमरेश सिंह ने धनबाद के पीएमसीएच में मरीजों के बीच फल वितरण किया। केक काटने के बाद सभी को केक खिला कर जन्मदिन की बधाई दी।वही अमरेश सिंह ने बताया की आज पूरे देश मे मोदी जी के नाम की लहर है। आगामी विधानसभा में भी झारखंड में 65 प्लस सीट आएगी। वहीं पीएम के बारे में आपको बताते चले कि नरेन्द्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को वड़नगर में दामोदार दास मूलचंद मोदी और हीराबेन के यहां हुआ। नरेन्द्र मोदी 5 भाई-बहनों में से दूसरे नंबर की संतान हैं। नरेन्द्र मोदी को बचपन में नरिया कहकर बुलाया जाता था। नरेन्द्र मोदी के पिता की रेलवे स्टेशन पर चाय की दुकान थी। 1965 में भारत-पाक युद्ध के दौरान उन्होंने स्टेशन से गुजर रहे सैनिकों को चाय पिलाई। नरेंद्र मोदी बचपन में आम बच्चों से बिलकुल अलग थे। नरेंद्र मोदी वड़नगर के भगवताचार्य नारायणाचार्य स्कूल में पढ़ते थे। नरेन्द्र मोदी स्कूल में औसत छात्र थे। बताते चले कि उन्हें बचपन में एक्टिंग का शौक था। नरेन्द्र मोदी बचपन में स्कूल में एक्टिंग, वाद-विवाद, नाटकों में भाग लेते और पुरस्कार जीतते थे। एनसीसी में भी शामिल हुए। वे एक बार शर्मिष्ठा तालाब से एक घड़ियाल का बच्चा पकड़कर घर लेकर आ गए। मां के समझाने पर वे वापस उसे तालाब छोड़कर आए। नरेन्द्र मोदी बचपन में साधु-संतों से प्रभावित हुए। वे बचपन से ही संन्यासी बनना चाहते थे। संन्यासी बनने के लिए मोदी स्कूल की पढ़ाई के बाद घर से भाग गए थे। इस दौरान मोदी पश्चिम बंगाल के रामकृष्ण आश्रम सहित कई जगहों पर घूमते रहे। नरेंद्र मोदी बचपन से ही आरएसएस से जुड़े हुए थे। 1958 में दीपावली के दिन गुजरात आरएसएस के पहले प्रांत प्रचारक लक्ष्मण राव इनामदार उर्फ वकील साहब ने नरेंद्र मोदी को बाल स्वयंसेवक की शपथ दिलवाई थी। वे बहुत मेहनती कार्यकर्ता थे। वे आरएसएस के बड़े शिविरों के आयोजन में मैनेजमेंट का हुनर दिखाते थे। आरएसएस नेताओं का ट्रेन और बस में रिजर्वेशन का जिम्मा उन्हीं के पास होता था।