देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स के इलाज से 23 प्रतिशत मरीज खुश नहीं! क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर….
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नई दिल्ली।
देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स के इलाज से 23 प्रतिशत मरीज खुश नहीं! क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर….
नई दिल्ली। देशभर के सबसे बड़े अस्पताल दिल्ली एम्स में दिखाने आया औसतन हर चौथा मरीज इसके इलाज और दूसरी सुविधा से खुश नहीं है। 23 पर्सेंट मरीज एम्स में मिलने वाली इलाज और सुविधाओं से नाराज हैं। सबसे ज्यादा लोग इमर्जेंसी और सर्जरी विभाग के इलाज से संतुष्ट नहीं थे।
28 प्रतिशत मरीज इन विभागों के इलाज से खुश नहीं पाए गए है। दिल्ली एम्स की ओर से 9,940 मरीजों से लिए गए फीडबैक में ये बातें सामने आई है। फीडबैक में 77 पर्सेंट लोग इलाज से खुश हैं।
केंद्र सरकार ने मेरा अस्पताल फीडबैक की शुरुआत की है।
इसके आधार पर एम्स में फीडबैक लिया गया है। लोगों की नाराजगी की सबसे बड़ी वजह 35 पर्सेंट स्टाफ का व्यवहार पाया गया। इसके अलावा, 13 पर्सेंट मरीजों ने एम्स में इलाज के स्तर और 12 पर्सेंट ने इलाज के खर्च को लेकर नाराजगी जाहिर की है।
डॉक्टरों के अनुसार वेटिंग तो सिस्टम की मजबूरी है, लेकिन जो यहां से इलाज कराकर जाते हैं, उन्हें नई और बेहतर जिंदगी मिलती है। इसके बाद आंखों के इलाज के लिए आरपी सेंटर पहुंचे 80 पर्सेंट मरीजों की राय सकारात्मक थी। इसी तरह पीडिएट्रिक्स और सायकायट्री विभाग का भी फीडबैक 80 पर्सेंट पाया गया है। ट्रॉमा सेंटर का 79 पर्सेंट, न्यूरोलॉजी 78, मेडिसिन 79, ईएनटी 75, स्किन विभाग के इलाज को 78 पर्सेंट ने सही ठहराया। इमरजेंसी विभाग से 72 पर्सेंट लोग खुश थे।