दिल्ली: कोरोना का खतरा कम हुआ,ब्लैक फंगस बना आफत,अबतक 89 की मौत…..
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दिल्ली: कोरोना का खतरा कम हुआ,ब्लैक फंगस बना आफत,अबतक 89 की मौत…..
NEWSTODAYJ_दिल्ली:राजधानी दिल्ली में बीते कई सप्ताह से कोरोना के मामलों में लगातार कमी आ रही है। जहां एक तरफ संक्रमण बेदम होता जा रहा है, वहीं दूसरी ओर ब्लैक फंगस (म्यूकोर माइकोसिस) पांव पसार रहा है। दिल्ली में इस बीमारी के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अब तक एक हजार ज्यादा लोग फंगस से पीड़ित हो चुके हैं। इनमें से 89 की मौत हो चुकी है और 92 स्वस्थ हुए है। सरकार इस बीमारी को महामारी घोषित कर चुकी है
25 दिनों के भीतर ही 1,044 लोग फंगस की बीमारी से पीड़ित
दिल्ली में करीब तीन सप्ताह पहले सर गंगाराम अस्पताल में ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीज भर्ती हुए थे। उसके बाद एम्स, आकाश और मैक्स सहित कई निजी और सरकारी अस्पतालों में रोगियों का भर्ती होना शुरू हो गया था। अब स्थिति यह है कि 25 दिनों के भीतर ही 1,044 लोग फंगस की बीमारी से पीड़ित हो चुके है।
100 से ज्यादा मरीज भर्ती
इनमें कई मरीजों की सर्जरी भी की जा चुकी है। एम्स के ईएनटी विभाग के एक डॉक्टर ने बताया कि अस्पताल में इस समय 100 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। इनमें से 10 मरीजों की छुट्टी की जा चुकी है।
अस्पताल फंगस को लेकर पूरी तरह तैयार
उन्होंने बताया कि दवा की उपलब्धता के हिसाब से मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। राजीव गांधी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉक्टर बीएल शेरवाल ने बताया कि अस्पताल में 55 बेड का ब्लैक फंगस का वार्ड इसी सप्ताह शुरू किया गया है। अस्पताल फंगस को लेकर पूरी तरह तैयार हैं। मरीजों की संख्या को देखते हुए बेड भी बढ़ाए जा रहे हैं।
चार बड़े सरकारी अस्पतालों में 300 से ज्यादा मरीज
राजधानी के चार बड़े सरकारी अस्पताल एम्स, लोकनायक, जीटीबी और राजीव गांधी सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल में ब्लैक फंगस के करीब 300 मरीज भर्ती हैं।इनमें जीटीबी अस्पताल में रोगियों की संख्या 108 पहुंच चुकी है। इसके अलावा लोकनायक अस्पताल में 75 एम्स में 120 और राजीव गांधी सुपरस्पेशयलिटी अस्पताल में 2 मरीज भर्ती हैं।
डॉक्टरों की निगरानी में मरीजों का इलाज
लोकनायक अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ सुरेश कुमार ने बताया कि अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम का गठन किया गया है। डॉक्टरों की निगरानी में मरीजों का इलाज किया जा रहा है। एक वार्ड में करीब 40 मरीज भर्ती हैं। अस्पताल में तीन वार्ड की व्यवस्था है ।जरूरत पड़ने पर और बेड भी बढ़ाए जाएंगे।
ब्लैक फंगस की दवा खत्म
फंगस के बढ़ते मामलों के बीच इस बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा की किल्लत भी लगातार बनी हुई है। दिल्ली सरकार का कहना है कि फंगस की दवा लगभग खत्म हो चुकी है केंद्र से अपील है कि मांग के हिसाब से जल्द से जल्द पर्याप्त स्टॉक भेजा जाए।
100 में से 8 की मौत
दिल्ली सरकार के मुताबिक, ब्लैक फंगस से अब तक 89 लोगों की मौत हो चुकी है। मरीजों की संख्या के अनुपात के हिसाब से देखें तो इस बीमारी से पीड़ित होने वाले हर 100 में से 8 में मरीज की मौत हो रही है इस लिहाज से देखें तो ब्लैक संघर्ष से मृत्युदर 8.5 फ़ीसदी है। कुर्ला से कोई मृत्युदर का 8 गुना ज्यादा है