झारखण्ड के मंत्री ने लॉकडाउन तोड़ अपनी सिफारिश पर 600 मजदूरों को बसों से भेजा घर
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झारखण्ड के मंत्री ने लॉकडाउन तोड़ अपनी सिफारिश पर 600 मजदूरों को बसों से भेजा घर
NEWS TODAY-कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पुरे देश मे लॉक डाउन का कड़ाई से पालन किया जा रहा है. झारखंड सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन को सौ फीसदी लागू कराने में जुटी है, तो दूसरी तरफ उनके ही एक मंत्री इसकी धज्जियां उड़ाने में लगे हैं.
झारखण्ड के संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने अजीम शेख नामक रसूखदार शख्स की सिफारिश पर रांची प्रशासन के द्वारा रविवार रात 11 बसों में 600 मजदूरों को विभिन्न जिलों में भेजा है. बसों में सोशल डिस्टन्सिंग नियम की धज्जिया उड़ाते हुए मजदूरों को जानवरों की तरह ठूस कर पाकुड़, साहिबगंज और कोडरमा लेकर गईं. सभी बसें रांची के धुर्वा से रवाना हुई थीं और रवानगी के वक्त मौके पर पुलिस के अधिकारी भी मौजूद थे. और सबसे आश्चर्य की बात ये है कि इन मजदूरों में से किसी की स्वास्थ्य जांच नहीं की गईl
उपलब्ध जानकारी के अनुसार मंत्री जी के आग्रह पर 8 बसें का इंतजाम किया गया इनमें से चार साहिबगंज, दो पाकुड़ और दो कोडरमा भेजी गईं. वहीं अजीम शेख की सिफारिश पर तीन बसें पाकुड़ गईं.रांची डीसी राय महिमापत रे के आदेश पर गोपनीय शाखा के उपसमाहर्ता ने बसों को चलाने का आदेश जारी किया. और साथ ही आदेश की कॉपी संबंधित जिलों के एसपी को भी भेजी गई.
मामला सामने आने के बाद मंत्री जी ने सफाई दी है की मेरे आदेश से बसें नहीं भेजी गई, मैंने सिर्फ आग्रह किया था.मजदूरों को भेजनें की व्यवस्था प्रशासन ने की है. किन्तु इस मामले को सीएम हेमंत सोरेन ने गंभीरता से लिया है. सीएम ने मुख्य सचिव को रांची डीसी से इस मसले पर शोकॉज जारी कर जवाब मांगने का निर्देश दिया है. सीएम ये जानना चाहते हैं कि आखिर किस परिस्थिति में ये बसें भेजी गईं. इस सिलसिले में वरीय अधिकारियों से सलाह क्यों नहीं ली गईl