जगन्नाथ रथ यात्रा को मंदिर कमेटी, राज्य और केंद्र सरकार के समन्वय से आयोजित करने की SC ने दी मंजूरी
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जगन्नाथ रथ यात्रा को मंदिर कमेटी, राज्य और केंद्र सरकार के समन्वय से आयोजित करने की SC ने दी मंजूरी
NEWSTODAYJ–देश में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए ओडिशा में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर लगाई गई रोक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को कई याचिकाओं पर सुनवाई हुईl इस मामले में केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए इसे सार्वजनिक भागीदारी के बिना आयोजित किया जा सकता हैl इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ पुरी में होने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के आयोजन को मंजूरी दे दी हैl
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान यह भी कहा कि हम यह राज्य सरकार के ऊपर छोड़ते हैं कि वह लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर खतरा होने पर धार्मिक आयोजन को रोकने के लिए स्वतंत्र हैl सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य से समझौता किए बिना मंदिर कमेटी, राज्य सरकार और केंद्र सरकार के समन्वय से यह आयोजन किया जा सकता हैl दरअसल, पुरी से लोकसभा चुनाव लड़ चुके बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने अनुरोध किया था कि वह कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर पुरी की भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा पर रोक लगाने वाले अपने आदेश की समीक्षा करेl याचिका में कहा गया है कि भगवान जगन्नाथ के उन 800 सेवायतों के माध्यम से भक्तों की मंडली के बिना रथ यात्रा आयोजित करने की अनुमति दी जा सकती है, जो सेवायत कोविड टेस्ट में निगेटिव आते हैंl पुरी में भगवान जगन्नाथ रथयात्रा पर रोक के खिलाफ 20 से ज्यादा याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुई हैl यह रथयात्रा 23 जून से शुरू होनी हैl
केंद्र सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, ‘सदियों की परंपरा को रोका नहीं जा सकता, क्योंकि यह करोड़ों लोगों की आस्था की बात हैl अगर भगवान जगन्नाथ 23 जून को नहीं आएंगे, तो वे परंपराओं के अनुसार 12 साल तक नहीं आ सकते हैंl यह सुनिश्चित करने के लिए कि महामारी ना फैले, सावधानी बरतते हुए राज्य सरकार एक दिन के लिए कर्फ्यू लगा सकती हैl
तुषार मेहता ने कहा, ‘शंकराचार्य द्वारा तय किए गए अनुष्ठानों में वो सभी सेवायत भाग ले सकते हैं, जिनका कोरोना टेस्ट नेगेटिव हैl लोग जगन्नाथ यात्रा को टीवी पर लाइव टेलीकास्ट देख सकते हैं और भगवान का आशीर्वाद ले सकते हैंl सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि पुरी के राजा और मंदिर समिति इन अनुष्ठानों की व्यवस्था की देखरेख कर सकते हैं, ताकि कोरोना महामारी को फैलने से रोका जा सकेl