आज भी इंसानियत जिंदा है मदद और दया सबसे बड़ा धर्म
1 min read
न्यूज टुडे
कहा जाता है दूसरों की मदद करना ही सबसे बड़ा धर्म है। मदद एक ऐसी चीज़ है जिसकी जरुरत हर इंसान को पड़ती है, चाहे आप बूढ़े हों, बच्चे हों या जवान; सभी के जीवन में एक समय ऐसा जरूर आता है जब हमें दूसरों की मदद की जरुरत पड़ती है।
आज हर इंसान ये बोलता है कि कोई किसी की मदद नहीं करता, पर आप खुद से पूछिये- क्या आपने कभी किसी की मदद की है अगर नहीं तो आप दूसरों से मदद की उम्मीद कैसे कर सकते हैं
धनबाद – बरमसिया फाटक के पास पोल संख्या 268/25 लोहार कुल्ही सरायढेला निवासी प्रमोद गुप्ता (30 वर्ष) ट्रेन से धनबाद लौटने के दौरान वह ट्रेन से गिर गया। उसका एक पैर व हाथ कट गया।
आज भी जिंदा है इंसानियत गौतम मंडल और उसके साथियों ने किया नेक काम।
घटना की सूचना पर ह्यूमैनिटी संस्था के अध्यक्ष गौतम मंडल ,विक्रम कुमार, आकाश मंडल ने मानवता की मिशाल पेश करते हुए घायल को ट्रैक उठाकर रेल अस्पताल में भर्ती करवाया। इलाज के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए घायल को डॉक्टर ने पीएमसीएच रेफर कर दिया। गौतम मंडल ने परिजन के रूप में घायल प्रमोद को घटनास्थल से लेकर पीएमसीएच तक लेकर गया। जहां उसका इलाज चल रहा है। गौतम ने 4 यूनिट रक्त का व्यवस्था करवा रहा है। घायल प्रमोद ने बताया किसी ने मुझे पीछे से धक्का दे दिया, मै ट्रेन से गिर गया।
घायल प्रमोद के तो हाथ और पैर कट गटा ट्रेन से गिरने में पर प्रमोद का कहना है के हमे किसी ने पीछे से धका दिया है पर हमें रेल लाइन से उठा कर यहाँ हॉस्पिटल तक लाने वाले ने हमारी बहुत मद्दत की है हमारे लिए गौतम जी और विक्रम जी किसी भगवान से कम नही है।
बरहाल धनबाद के pmch घायल प्रमोद का इलाज चल रहा है
न्यूज टुडे झारखंड रखे आप को आप के आस पास के खबरों से आप को आगे आप हमें ईमेल भी कर सकते है& newstodayjharkhsnd@gmail.com