असहमति जताने का अधिकार है पर आतंकवाद के रूप में नहीं -राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान
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असहमति जताने का अधिकार है पर आतंकवाद के रूप में नहीं -राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान
NEWS TODAY – केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लोग सड़कों पर बैठे हैं और अपने विचार दूसरों पर थोपने के लिए आम जन-जीवन को बाधित कर रहे हैं जोकि आतंकवाद का एक रूप है।
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आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, “लोकतंत्र में सरकार की किसी नीति या संसद में कानून के प्रति असहमति जताने का अधिकार है. इसमें किसी को कोई दिक्कत भी नहीं होनी चाहिए, लेकिन विज्ञान भवन के बाहर जब पांच लोग बैठ जाएं और अपनी कोई बात मनवाने की जिद पकड़ लें तो यह भी आतंकवाद का दूसरा रूप है.”
राज्यपाल ने ‘भारतीय छात्र संसद’ में कहा कि उग्रता केवल हिंसा के रूप में सामने नहीं आती. यह कई रूपों में सामने आती है. अगर आप मेरी बात नहीं सुनेंगे, तो मैं आम जनजीवन को प्रभावित करूंगा.
आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया गया है. इस पर मैं इतना कहना चाहूंगा कि कश्मीर में चीजें सामान्य हो रही हैं, हमें उम्मीद है कि हम वहां आतंकवाद को खत्म करने में सफल होंगे.
वार्ताकारों ने तीसरे दिन शुक्रवार को दिल्ली पुलिस को भी बातचीत में शामिल करने के लिए बुलाया. बातचीत के लिए दिल्ली पुलिस के थ्री स्टार अधिकारी पहुंचे. दो वार्ताकार और एक दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। संजय हेगड़े ने कविता ‘छोड़ो कल की बातें’ की लाइनें दोहराईं और कहा कि इस पर अमल किया जाए. हालांकि, अभी तक मामले का कोई हल नहीं निकला है।