
अब बोकारो जैविक उद्यान में नहीं सुनाई देगी शेरनी की दहाड़- शेरनी रामेश्वरी की हो गई मौत
NEWSTODAYJ – बोकारो स्थित जवाहरलाल नेहरू जैविक उद्यान में विगत दिनों शेरनी रामेश्वरी की मौत कार्डियक अरेस्ट के कारण हो गई। शेरनी के शव को चिड़ियाघर परिसर में ही दफना दिया। बताया जा रहा है की सुबह शेरनी मृत अवस्था में पाई गई, जिसके बाद उसके पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें कार्डियक अरेस्ट से मौत की पुष्टि हुई है।
बोकारो इस्पात प्रबंधन के मुताबिक रामेश्वरी की उम्र 18 वर्ष हो चुकी थी। हाइब्रिड शेरनी को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के अनुमोदन के बाद 12 दिसंबर 2008 को मैत्री बाग चिड़ियाघर, भिलाई से जवाहर लाल नेहरू जैविक उद्यान लाया गया था। रामेश्वरी का जन्म 10 अप्रैल 2002 को भिलाई में हुआ था। मृत्यु से पूर्व रामेश्वरी बिल्कुल स्वस्थ थी और सामान्य आहार ले रही थी। फिलहाल जैविक उद्यान में एक सफेद शेर, एक हिप्पो, पांच तेंदुआ, के अलावा हिरन,मोर सहित अन्य जानवर मौजूद हैं।
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जैविक उद्यान में अन्य जानवरों से अलग रामेश्वरी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र थी। कुछ वर्ष पूर्व इस बाड़े में इसके साथ रहने वाले शेर की मौत हुई थी। इसके बाद से रामेश्वरी अकेले ही अपने बाड़े में रहती थी। अब इस बाड़े में शेर या शेरनी की दहाड़ सुनाई नहीं देगी। लॉक डाउन के कारण जैविक उद्यान में फिलहाल आम लोगों का प्रवेश बंद है।